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Hindi News भारत उत्तर प्रदेश बरेली का डीएम बताकर एसडीएम को ही लगा रहा था 'चूना', फिर ऐसे हुआ खुलासा

बरेली का डीएम बताकर एसडीएम को ही लगा रहा था 'चूना', फिर ऐसे हुआ खुलासा

उत्तर प्रदेश के बरेली में जिलाधिकारी के नाम पर साइबर ठग द्वारा अधिकारियों से पैसे मांगने का मामला सामने आया है। पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। 

Cyber thug in Bareilly asking for e-vouchers from SDM, case registered- India TV Hindi Image Source : REPRESENTATIONAL IMAGE Cyber thug in Bareilly asking for e-vouchers from SDM, case registered

Highlights

  • बरेली में जिलाधिकारी के नाम पर साइबर ठगी
  • केस दर्ज कर पुलिस कर रही मामले की जांच
  • उप जिलाधिकारियों से मांगता था ई-गिफ्ट वाउचर

बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली में जिलाधिकारी के नाम पर साइबर ठग द्वारा अधिकारियों से पैसे मांगने का मामला सामने आया है। पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार एक साइबर ठग ने खुद को बरेली का जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी बताते हुए व्हाट्सएप कॉल के जरिये सिटी मजिस्ट्रेट और सभी उप जिलाधिकारियों से ई-गिफ्ट वाउचर की मांग की। 

कैसे ठगता था नकली 'डीएम'?

पुलिस ने बताया कि ठग ने अधिकारियों को मैसेज लिखा, "फोन न करना, मीटिंग में हूं, किसी को गिफ्ट भेजना है, इसलिए दस-दस हजार रुपये के दस अमेजन ई-गिफ्ट वाउचर भेज दो।" उन्होंने बताया कि संदेह होने पर उप जिलाधिकारी (सदर) ने जिलाधिकारी कार्यालय से संपर्क किया तो पता चला कि वह वहां बैठे हैं, इसके बाद सभी अधिकारियों को संबंधित नंबर से आने वाली कॉल से सतर्क किया गया। पुलिस ने बताया कि इसके बाद देर शाम कोतवाली बरेली में एसडीएम द्वारा तहरीर दी गई, जिसके आधार पर मामला दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गई। 

शनिवार को बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने आरोपी का पता लगाने के लिए आईटी विशेषज्ञों की मदद मांगी है। 

ऐसे खुला मामला-

कोतवाली में दी गई तहरीर में एसडीएम सदर ने बताया कि सुबह साढ़े दस बजे सबसे पहले उनके पास वाट्सएप काल आया। फोन उठा नहीं पाया। देखा तो उसमें लगी डीपी में डीएम की फोटो के साथ उनका नाम भी लिखकर आ रहा था। दोपहर पौने दो बजे के करीब वाट्सएप मैसेज आया। जिसमें दस-दस हजार रुपये के अमेजन दस ई-गिफ्ट बाउचर की मांग की गई। शंका होने पर एसडीएम सदर ने डीएम को फोन लगाया। उनका नंबर व्यस्त जा रहा था। वह कार्यालय पहुंचे, पूरा मामला बताया। पता किया गया तो जानकारी सामने आई कि साइबर ठग ने सभी एसडीएम से यह मांग की थी। 

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