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राम जन्मभूमि को बम से उड़ाने की धमकी, फोन किसने किया और कहां से आया? जांच में जुटी पुलिस

अयोध्या में राम जन्मभूमि को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। अज्ञात शख्स ने रामलला सदन में निवास कर रहे मनोज कुमार गुरुवार सुबह 5:30 बजे फोन करके धमकी दी।

अयोध्या में राम जन्मभूमि पर चल रहा राम मंदिर का निर्माण - India TV Hindi Image Source : PTI अयोध्या में राम जन्मभूमि पर चल रहा राम मंदिर का निर्माण

अयोध्या में राम जन्मभूमि को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का काम तेजी से चल रहा है और इस मंदिर पर देश और दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं। इस बीच राम जन्मभूमि को लेकर धमकी से खलबली मच गई है। बताया जा रहा है कि राम जन्म भूमि के यलो जोन क्षेत्र में स्थित रामलला सदन में निवास कर रहे मनोज कुमार के मोबाइल पर धमकी भरा फोन आया था। हालांकि फोन किसने किया अभी तक इसकी जानकारी नहीं मिली है।

थाना राम जन्मभूमि में दर्ज हुई FIR
अज्ञात शख्स ने रामलला सदन में निवास कर रहे मनोज कुमार गुरुवार सुबह 5:30 बजे फोन करके धमकी दी। राम जन्मभूमि को उड़ाने की धमकी के बाद मनोज कुमार ने फौरन पुलिस को सूचना दी जिसके बाद थाना राम जन्मभूमि के प्रभारी ने प्राथमिकी दर्ज कराई है और पुलिस जांच में जुट गई है। जिन मनोज कुमार को धमकी भरा फोन आया है वह अभी कुछ समय के लिए प्रयागराज में हैं।

फोन करने वाले ने दिल्ली बताई लोकेशन
बताया जा रहा है कि जब मनोज ने फोन उठाया तो अज्ञात शख्स ने खुद की लोकेशन दिल्ली बताई और धमकी दी कि आज सुबह 10 बजे तक वह राम जन्मभूमि को बम से उड़ा देगा। जैसे ही धमकी भरे फोन की खबर मनोज ने पुलिस को दी तो राम जन्मभूमि के आस पास सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई। पुलिस ने पूरे इलाके की सघन जांच की लेकिन कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं मिली। हालांकि इसके बाद भी पुलिस हाई अलर्ट पर है।  

नेपाल से पवित्र शिलायें अयोध्या पहुंची 
बता दें कि इस बीच अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर में स्थापित होने वाली भगवान राम की मूर्ति को तराशने में इस्तेमाल होने वाली नेपाल की गंडकी नदी से विशेष पवित्र शिलायें (चट्टान) अयोध्या पहुंच चुकी हैं। पवित्र शिलाएं बुधवार देर रात अयोध्या पहुंचीं और उन्हें बृहस्पतिवार दोपहर विशेष पूजा अर्चना के बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को भेंट की गईं। यहां 51 वैदिक शिक्षकों ने शालिग्राम पवित्र शिलाओं की पूजा की और उसके बाद उन्हें मंदिर ट्रस्ट को सौंप दिया गया। नेपाल के जानकी मंदिर के महंत तपेश्वर दास ने श्री राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को ये शालिग्राम शिलाएं भेंट की । इन पत्थरों से उकेरी गई राम की 'बालरूप' (बाल रूप) की मूर्ति को राम मंदिर के गर्भगृह में रखा जाएगा, जिसके अगले साल जनवरी में मकर संक्रांति तक तैयार होने की उम्मीद है।

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