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Hindi News एजुकेशन न्‍यूज CBSE 10वीं/12वीं परीक्षा: पासिंग मार्क्स, कम्पार्टमेंट और नए नियमों से जुड़ी जरूरी जानकारी

CBSE 10वीं/12वीं परीक्षा: पासिंग मार्क्स, कम्पार्टमेंट और नए नियमों से जुड़ी जरूरी जानकारी

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 10वीं और 12वीं की परीक्षा को लेकर छात्रों के मन में कई सवाल होते हैं। आज इस रिपोर्ट में हम ऐसे कई सवालों के जवाब देंगे तो छात्रों के लिए जरूरी हैं।

<p>Representational Image of students </p>- India TV Hindi Image Source : PTI Representational Image of students 

नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) 10वीं और 12वीं परीक्षा: इम्प्रूवमेंट और कम्पार्टमेंट में क्या अंतर हैं? CBSE कब 10वीं और 12वीं का परिणाम घोषित करेगा? क्या छात्र प्रैक्टिकल परीक्षा मे दोबारा बैठ सकते हैं? इन सभी सवालों के जवाब आज हम आपको इस रिपोर्ट में देंगे। तो चलिए एक-एक करके इन सवालों के जवाब देते हैं।

कब आएगा रिजल्ट?

CBSE बोर्ड परीक्षा के परिणाम पिछले साल की तुलना में इस बार जल्दी घोषित होने की उम्मीद हैं। CBSE बोर्ड द्वारा फरवरी में कहा गया था कि इस साल परीक्षा का परिणाम आम तौर पर जारी होने वाली तारीखों से एक-दो हफ्ते पहले घोषित कर दिया जाएगा। हालांकि, परीक्षा परिणाम जारी करने की कौई आधिकारिक तारीख जारी नहीं की गई हैं। खबरों के मुताबिक परीक्षा का परिणाम मई के दूसरे हफ्ते तक जारी किया जा सकता है। बता दें कि पिछले कुछ सालों तक 12वीं  की परीक्षा का परिणाम मई के तीसरे या चौथे हफ्ते तक आता रहा है।

कम्पार्टमेंट की परीक्षा

कम्पार्टमेंट की परीक्षा में उपस्थित होने के लिए छात्रों को तीन मौके मिलेंगे। CBSE बोर्ड के अनुसार छात्र इस साल जुलाई/अगस्त में आयोजित होने वाली कम्पार्टमेंट की परीक्षा में उपस्थित हो सकते हैं या फिर अगले साल मार्च/अप्रैल में कम्पार्टमेंट की परीक्षा में दूसरा मौका पा सकते हैं। इसके अलावा तीसरे और अंतिम मौके के तौर पर अगले साल जुलाई/अगस्त में आयोजित होने वाली कम्पार्टमेंट की परीक्षा मे उपस्थित हो सकते हैं।

जो छात्र कम्पार्टमेंट परीक्षा मे एक या सभी अवसरों पर उपस्थित नहीं होता या फेल होता हैं तो उसे और मौके नहीं दिए जाएंगे। ऐसी स्थिति में छात्र को अगले साल सभी विषयों की परीक्षाओं के लिए दोबारा उपस्थित होना होगा।

क्या दोबारा दे सकते प्रैक्टिकल एग्जाम?

जो छात्र प्रैक्टिकल की परीक्षा में फेल हो जाते हैं। उन्हे अगले साल फिर से आवेदन कर सिर्फ थ्योरी की परीक्षा देनी पड़ती हैं। ऐसे में उनके पिछले साल के प्रैक्टिकल के मार्क्स परीक्षा मे जोड़े जाते हैं। CBSE के अनुसार जो छात्र प्रक्टिकल और थ्योरी दोनों में फेल हो जाते हैं उन्हें प्रैक्टिकल और थ्योरी दोनों की परीक्षा देनी पड़ती है।

इम्प्रूवमेंट और कम्पार्टमेंट में क्या फर्क है?

कम्पार्टमेंट की परीक्षा उन छात्रों के लिए है जो परीक्षा में फेल हो जाते हैं और इम्प्रूवमेंट की परीक्षा उनके लिए हैं जो अपने मार्क्स से संतुष्ट नहीं हैं। वह छात्र इम्प्रूवमेंट के जरिए दोबारा एग्जाम देकर अच्छा मार्क्स हासिल कर सकते हैं। इसके लिए छात्र एक साल में एक बार ही एक या एक से ज्यादा विषयों में आवेदन कर सकते हैं।

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