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Hindi News लाइफस्टाइल फैशन और सौंदर्य महामृत्युंजय मंत्र है बहुत फलदायी, लेकिन इसका जाप करते समय इन बातों का रखें ध्यान

महामृत्युंजय मंत्र है बहुत फलदायी, लेकिन इसका जाप करते समय इन बातों का रखें ध्यान

नई दिल्ली: शास्त्रों और पुराणों में असाध्य रोगों से मुक्ति और अकाल मृत्यु से बचने के लिए महामृत्युंजय जप करने का विशेष उल्लेख मिलता है। महामृत्युंजय भगवान शिव को खुश करने का मंत्र है। इसके

  • महाम़त्युंजय का जो भी मंत्र का जाप करें उसके उच्चारण ठीक ढंग से यानि की शुद्धता के सात करें। एक शब्द की गलती आपको भारी पड़ सकती है।
  • इस मंत्र का जाप एक निश्चित संख्या निर्धारण कर करे। अगले दिन इनकी संख्या बढा एगर चाहे तो लेकिन कम न करें।
  • मंत्र का जाप करते समट उच्चारण होठों से बाहर नहीं आना चाहिए। यदि इसका अभ्यास न हो तो धीमे स्वर में जप करें।
  • इस मंत्र को करते समय धूप-दीप जलते रहना चाहिए। इस बात का विशेष ध्यान रखें।
  • इस मंत्र का जाप केवल रुद्राक्ष माला से ही करे।
  • इस रुद्राक्ष माला को गौमुखी में ही रख कर करें पूरा मंत्र हो जानें के बाद ही गौमुखी से बाहर निकाले।
  • इस मंत्र का जप उसी जगह करे जहां पर भगवान शिव की मूर्ति, प्रतिमा या महामृत्युमंजय यंत्र रखा हो।

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