इसके बाद स्वयं माता सीता ने लक्ष्मण से कहा जो इस चौपाई में बताया गया हैं-
लक्ष्मन हो तुम धर्म के नेगी।
पावक प्रगट करो तुम वेगी॥
रामचरित और रामायण में बताया गया है कि जब राम ने लक्ष्मण को पूरी सच्चाई बता दी। तब माता सीता बोली कि हे लक्ष्मण अगर तुमने आज तक धर्म का पालन किया है तो जल्दी से अग्नि प्रजवल्लित करों। लक्ष्मण ने तुरंत नाम की आज्ञा का पालन किया। फिर मां सीता का छायारूप अग्नि में प्रवेश कर गया और माता सीता का वास्तविक रूप अग्नि से बाहर निकला।
इससे यह बात स्पष्ट होती है कि माता सीता का रावण ने हरण नही किया था, बल्कि माता सीता के छायारूप का हरण कर अपने साथ लंका ले गया था।
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