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Hindi News लाइफस्टाइल हेल्थ वजन को लेकर हमेशा सोचना खुशियों की बर्बादी है: जमीला जमील

वजन को लेकर हमेशा सोचना खुशियों की बर्बादी है: जमीला जमील

अभिनेत्री जमीला जमील ने वजन को लेकर अपने जुनून की व्याख्या 'खुशियों की भयंकर बर्बादी' के तौर पर की है।

<p>जमीला जमील</p>- India TV Hindi जमीला जमील

नई दिल्ली: अभिनेत्री जमीला जमील ने वजन को लेकर अपने जुनून की व्याख्या 'खुशियों की भयंकर बर्बादी' के तौर पर की है। मिरर डॉट को डॉट यूके की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्हें वजन कम करने को कहा गया था और उन्हें क्रैश डायट और एनोरेक्सिया के साथ जूझना पड़ा। 33 वर्षीय इस अभिनेत्री ने कहा कि वह 20 सालों से अधिक समय तक हर रोज खुद का वजन मापा करती थीं और उन्होंने मशीन के स्केल पर क्या देखा इस पर उनका मूड निर्भर किया करता था।

जमीला ने स्टाइलिस्ट मैगजीन को बताया, "मैं पिछले साल तक हर रोज खुद का वजन लिया करती थी। मेरी जिंदगी के 21 सालों की वह हर सुबह जब मेरा मूड बॉथरूम में रखे छोटे से मशीन पर आए नंबर पर निर्भर करता था।"

उन्होंने आगे कहा, "खुशियों की क्या बर्बादी थी। वक्त की क्या भयंकर बर्बादी थी।" इसकी शुरुआत कब से हुई इस बारे में बात करते हुए जमीला ने कहा कि स्कूल में सबके सामने एक बार वजन लिया गया और कहा गया कि यह अपने क्लास में सबसे वजनी है।

जमीला ने यह भी कहा कि घर पर उनके माता-पिता सर्पोटिव थे, लेकिन वजन से निपटने के लिए उन्हें क्रैश डायट पर रखते थे। जमीला ने यह भी कहा, "मैं परेशान हो गई थी। मैं कमजोर हो गई थी।" जमीला के मुताबिक, सोशल मीडिया के आने से बहुत पहले ही युवा लड़कियों पर वजन कम करने का दबाव डाला जाता था।

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