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Hindi News लाइफस्टाइल हेल्थ इस उम्र के बाद सबसे ज्यादा होता है कान के कैंसर होने का खतरा, जानिए लक्षण और बचने के उपाय

इस उम्र के बाद सबसे ज्यादा होता है कान के कैंसर होने का खतरा, जानिए लक्षण और बचने के उपाय

डॉक्टर्स का कहना है कि ये दोनों प्रकार के कैंसर कान के अंदर विकसित होते हैं और बाद में ये धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैलने लगते हैं। कान में होने वाले कैंसर के इलाज के लिए सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडिएशन का सहारा लिया जाता है। जानिए प्रकार, लक्षण और बचने के

ear cancer

ये है इलाज
अगर कान में कैंसर हो गया है तो इन उपायों द्वारा निजात पा सकते है।

सर्जरी
अगर कान के सैंर का शुरुआती स्टेज में पता चल जाएं, तो सर्जरी कराना उचित होगा। सर्जरी के दौरन सर्जन कैंसर की कोशिकाओं व ऊतकों को काट कर निकाल देते हैं।  

रेडिएशन
अगर आपके कान में कैंसर फैल गया है, तो रेडिएशन का इस्तेमाल करना सबसे अच्छा होगा। रेडिएशन के दौरान निकलने वाली ज्यादा मात्रा में रेडियोएक्टिव किरणों की ऊर्जा कैंसर के सेल्स को खत्म कर देता है। लेकिन इससे बॉडी के अच्छे सेल्स भी खत्म होने का खतरा रहता है।

कीमोथेरेपी
कीमोथेरेपी एक प्रकार का इलाज है जिसमें दवाओं के जरिए कैंसर की कोशिकाओं को खत्म किया जाता है जिससे कि वे कोशिकाएं शरीर के अन्य हिस्सों में ना फैल सकें। कीमोथेरेपी एक आखिरी विकल्प होता है इस समस्या से निजात दिलाने के लिए।

 

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