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आज शाम सूर्य कर रहा है मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश, व, क, घ से लेकर इस नाम के लोग रहें सतर्क

आज के दिन शाम 06 बजकर 13 मिनट पर सूर्यदेव रोहिणी से मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 22 जून को शाम 05 बजकर 19 मिनट तक सूर्यदेव मृगशिरा नक्षत्र में ही रहेंगे। जानें क्या पड़ेगा आपकी लाइफ पर प्रभाव।

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धर्म डेस्क: आज के दिन शाम 06 बजकर 13 मिनट पर सूर्यदेव रोहिणी से मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 22 जून को शाम 05 बजकर 19 मिनट तक सूर्यदेव मृगशिरा नक्षत्र में ही रहेंगे। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार सूर्यदेव जब भी किसी एक नक्षत्र से दूसरे नक्षत्र में प्रवेश करते हैं या गोचर करते हैं, तो विभिन्न 27 नक्षत्रों में जन्म लेने वाले और विभिन्न नामाक्षर वाले लोगों पर भी उस गोचर का असर देखने को मिलता है। ऐसे में फिलहाल सूर्यदेव के मृगशिरा नक्षत्र में गोचर से विभिन्न नक्षत्र और नामाक्षर वाले लोगों पर लगभग अगले 15 दिनों के लिये क्या असर होगा और उस स्थिति में शुभ फल पाने के लिये और अशुभ फलों से बचने के लिये आपको क्या उपाय करने चाहिए। जानें आचार्य इंदु प्रकाश से।

व, क, घ, ह या छ नाम का पहला अक्षर
जिन लोगों का जन्म मृगशिरा, आर्द्रा या पुनर्वसु नक्षत्र में हुआ है और जिनके जन्म के नाम का पहला अक्षर व, क, घ, ह या छ है, उन लोगों को 22 जून तक आग और बिजली की चीज़ों के साथ थोड़ा सावधानीपूर्वक काम करना चाहिए। ऐसी चीज़ों से अनजाने में आपको हानि हो सकती है। वहीं अगर आप नया घर बनाने की सोच रहे हैं, तो इस दौरान आपको ये प्लान अवॉयड करना चाहिए। साथ ही 22 जून तक सूर्यदेव की अशुभ स्थिति से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए धार्मिक कार्यों में अपना सहयोग दें और सुबह के समय अपने घर के खिड़की, दरवाजे खोलकर रखें, ताकि घर के अंदर सूर्यदेव का उचित प्रकाश आ सके। ऐसा करने से आपको अशुभ फलों से छुटकारा मिलेगा और शुभ फलों की प्राप्ति होगी।

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पहला अक्षर ह, ड, म या ट
अगर आपका जन्म पुष्य, आश्लेषा, मघा या पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में हुआ है और आपके जन्म के नाम का पहला अक्षर ह, ड, म या ट है, तो आप लोगों का जीवन 22 जून तक कुछ थमा हुआ सा रहेगा। इस दौरान आपको कुछ नया करने का मौका कम ही मिल पायेगा। काम के प्रति आपकी रुचि घट सकती है। आपके अन्दर आलस्य का भाव उत्पन्न हो सकता है। अतः 22 जून तक ऐसी स्थिति से बचने के लिये और जीवन में शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए मन्दिर में बादाम का दान करें।  ऐसा करने से आपको शुभ फल प्राप्त होंगे और काम के प्रति आपकी रुचि बनी रहेगी।

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पहला अक्षर प, ठ, र या त
अगर आपका जन्म उत्तराफाल्गुनी, हस्त, चित्रा या स्वाति नक्षत्र में हुआ है और आपके जन्म का नाम प, ठ, र या त अक्षर से शुरू होता है, तो 22 जून तक आप लोगों के जीवन में सब कुछ स्थिर, यानी स्टेबल बना रहेगा। इस दौरान किसी काम के लिये आपको बहुत ज्यादा भाग- दौड़ नहीं करनी पड़ेगी। चीज़ें संतुलन में रहेगी। अतः 22 जून तक सूर्यदेव की शुभ स्थिति को बनाये रखने के लिये और किसी भी तरह की अशुभ स्थिति से बचने के लिये – सुबह स्नान आदि के बाद सूर्यदेव को जल अर्पित करें। ऐसा करने से आपके जीवन में सब कुछ संतुलित बना रहेगा।

पहला अक्षर य, त या न
जिन लोगों के जन्म का नक्षत्र विशाखा, अनुराधा या ज्येष्ठा है और जिनका नाम य, त या न अक्षर से शुरू होता है, उन लोगों को आज से लेकर 22 जून तक धन प्राप्ति के बहुत-से साधन मिलेंगे। आपके ऊपर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी। आपको हर तरह से धन लाभ होता नजर आयेगा। अतः 22 जून तक मां लक्ष्मी की कृपा अपने ऊपर बनाये रखने के लिए कोई भी अच्छा काम शुरू करने से पहले थोड़ा-सा पानी पीएं और संभव हो, तो पानी पीने से पहले कुछ मीठा भी खाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा से आपका हर काम बनेगा।

य, भ, ध, फ, ज या ख नाम का पहला अक्षर
अगर आपका जन्म मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा या श्रवण नक्षत्र में हुआ है और अगर आपकी जन्मपत्रिका में नाम का पहला अक्षर य, भ, ध, फ, ज या ख अक्षर से शुरू होता है, तो आप लोगों को 22 जून तक हर तरफ से लाभ ही लाभ मिलेगा। इस दौरान आप जो भी काम करेंगे, वो सफल जरूर होगा। अतः 22 जून तक लाभ की स्थिति को बनाये रखने के लिए मन्दिर में गुड़ दान करें। ऐसा करने से आपको हर तरफ से लाभ ही लाभ मिलेगा।

ग, स या द नाम का पहला अक्षर
जिन लोगों का जन्म धनिष्ठा, शतभिषा या पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में हुआ है और जिनके नाम का पहला अक्षर ग, स या द है, उन लोगों को 22 जून तक थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए। इस दौरान घर के मुखिया को किसी प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। अतः 22 जून तक किसी भी प्रकार की अशुभ स्थिति से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए किसी जरूरतमंद को भोजन खिलाएं। ऐसा करने से घर के मुखिया को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा और उनके जीवन में सब कुछ ठीक बना रहेगा।

द, थ, च या ल नाम से पहला अक्षर
जिन लोगों के जन्म का नक्षत्र उत्तराभाद्रपद, रेवती, अश्विनी या भरणी है और जिनका नाम हिन्दी वर्णमाला के द, थ, च या ल अक्षर से शुरू होता है, उन लोगों को 22 जून तक फाइनेंशियली किसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। पैसों के मामले में आपको थोड़ी सतर्कता पूर्वक काम लेना चाहिए। इस दौरान आपको किसी से उधार पर पैसा भी लेना पड़ सकता है। अतः 22 जून तक सूर्यदेव की अशुभ स्थिति से बचने के लिये और फाइनेंशियली मजबूत बने रहने के लिए मन्दिर में नारियल या नारियल से बनी किसी चीज़ का दान करें। ऐसा करने से आप फाइनेंशियली मजबूत बने रहेंगे।

ई, उ, ए या व में जन्मे लोग
जिन लोगों का जन्म कृतिका या रोहिणी नक्षत्र में हुआ है और जिनका नाम ई, उ, ए या व अक्षर से शुरू होता है, उन लोगों को 22 जून तक अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखना चाहिए। आपको किसी तरह रोग हो सकता है। साथ ही आपको कुछ अनजानी चीज़ों का भय भी सता सकता है। अतः 22 जून तक अपने स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिये और किसी तरह की अशुभ स्थिति से बचने के लिए सूर्यदेव को नित्य हाथ जोड़कर प्रणाम करें और गायत्री मंत्र का जप करें। ऐसा करने से आपको किसी तरह का रोग या भय नहीं सतायेगा और आप हर तरह से फिट बने रहेंगे।

ड नाम का पहला अक्षर
जिन लोगों का जन्म आश्लेषा नक्षत्र में हुआ हो या जिनका नाम ड अक्षर से शुरू होता हो या जिनके नाम की राशि कर्क हो, उन लोगों को अपने काम में सफलता पाने के लिये आज के दिन आश्लेषा नक्षत्र के दौरान नागकेसर के पेड़ की पूजा करनी चाहिए। आज के दिन ऐसा करने से आपको अपने काम में सफलता अवश्य ही मिलेगी।

 

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