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Hindi News मध्य-प्रदेश रामकथा सुनाते हुए क्यों रोने लगे बाबा बागेश्वर, इंटरनेट पर वायरल हो रहा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का ये वीडियो

रामकथा सुनाते हुए क्यों रोने लगे बाबा बागेश्वर, इंटरनेट पर वायरल हो रहा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का ये वीडियो

बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का एक वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में बाबा बागेश्वर रोते दिख रहे हैं। दरअसल ये वीडियो तब का है जब वो रामकथा सुना रहे थे, जिसके बाद वो भावुक हो गए और उनकी आंखों से आंसू निकलने लगे।

Baba Bageshwar start crying while narrating Ramkatha this video of Dhirendra Krishna Shastri is goin- India TV Hindi Image Source : INDIA TV रामकथा सुनाते हुए क्यों रोने लगे बाबा बागेश्वर

बाबा बागेश्वर के नाम से मशहूर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को कौन नहीं जानता। छतरपुर के बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के वीडियो आए दिन इंटरनेट पर वायरल होते रहते हैं। कभी वो सत्य सनातन की बात करते हैं तो कभी वो अखंड भारत की बात करते हैं। कभी वो हिंदुओं की एकता की बात करते हैं तो कभी वो बच्चों के समान नादानियां भी करते हैं। लेकिन हाल ही में रामकथा सुनाने गए बाबा बागेश्वर का एक वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में बाबा बागेश्वर रामकथा कहते हुए रोते दिख रहे हैं। इस दौरान उनकी आंखों से लगातार आंसू निकल रहे थे।

रामकथा सुनाते हुए क्यों रो पड़े बाबा बागेश्वर

दरअसल छतरपुर के बागेश्वर धाम में रामकथा का आयोजन किया गया था। इस दौरान धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कथा सुना रहे थे। इसी दौरान उन्होंने अपने परिवार के गरीबी के बारे में बताया। अपने परिवार के गरीबी का हाल बताते हुए बाबा बागेश्वर रोने लगे और उनकी आंखों से आंसू बहने लगे। इस दौरान भक्तगण जो कथा सुने आए थे, वो भी भावुक हो गए और अपनी आंसुओं को रोक नहीं पाए। बाबा इस दौरान कहते हैं मंदिर की दान पेटी में जो भी पैसा आता है, उसका एक रुपया भी वो अपने परिवार पर खर्च नहीं करते हैं। वो पैसे बेटियों के लिए हैं।

मंदिर के पैसों का क्या करते हैं बाबा बागेश्वर

उन्होंने कहा कि अगर मंदिर के लिए आए पैसे में से एक रुपये भी गायब होते हैं तो मैं उसपर लड़ाई कर लेता हूं। बता दें कि इस कथा के दौरान हनुमानजी के बारे में बागेश्वर बाबा बात कर रहे होते हैं, तभी वह बोलते-बोलते रोने लगते हैं। उ्नहोंने रोते-रोते अपने बचपन के गरीबी में काटे गए दिनों को याद किया और सभी को सुनाया। उन्होंने कहा कि हनुमानजी के नाम का खाता हूं, लेकिन वह सब मैं गरीबों पर खर्च कर देता हूं। आप से भी अनुरोध है कि कोई व्यक्ति आप लोगों को मिले तो आप भी उसकी जरूर मदद करें।

(रिपोर्ट- प्रेम गुप्ता)