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Hindi News मध्य-प्रदेश असद एनकाउंटर में योगी आदित्यनाथ के बचाव में उतरीं साध्वी प्रज्ञा, कहा- यूपी में कानून का राज

असद एनकाउंटर में योगी आदित्यनाथ के बचाव में उतरीं साध्वी प्रज्ञा, कहा- यूपी में कानून का राज

पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि जो अपराधी है उसे दंड तो मिलेगा ही और यह कोई नई बात नहीं है। बता दें कि असद एनकाउंटर मामले में तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा योगी आदित्यनाथ को घेरने का प्रयास किया जा रहा है।

BJP Leader Sadhvi Pragya came to defend Yogi Adityanath in Asad encounter said- Rule of law in UP- India TV Hindi Image Source : INDIA TV असद एनकाउंटर में योगी आदित्यनाथ के बचाव में उतरीं साध्वी प्रज्ञा

यूपी में हुए माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम मोहम्मद के एनकाउंटर के बाद योगी सरकार के खिलाफ तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं। ऐसे में योगी आदित्यनाथ के समर्थन में भाजपा की फायर ब्रांड सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर आ चुकी हैं। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि जो अपराधी है उसे दंड तो मिलेगा ही और यह कोई नई बात नहीं है। बता दें कि असद एनकाउंटर मामले में तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा योगी आदित्यनाथ को घेरने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे में साध्वी प्रज्ञा योगी आदित्यनाथ के बचाव में उतरी हैं। 

अपराधी को दंड तो मिलेगा ही

दरअसल राजधानी भोपाल में हुए कार्यक्रम में पहुंचे भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा से पत्रकारों ने पूछा असद के एनकाउंटर को आप कैसे देखते हैं साध्वी प्रज्ञा ने कहा "*यह कोई विषय नहीं है जो अपराधी उसे दंड तो मिलेगा ही और यह कोई नई बात भी नहीं है। इतनी गुंडागर्दी गैरकानूनी काम करने वाले लोग मर्डर करने वाले लोग, अब उनका जो भी हासिल हुआ है उन्हें जो भी दंड मिला है, वो कानूनी होगा क्योंकि गैरकानूनी करने का काम जो भी करेगा उसका दंड तो निश्चित है।"

कानून से चलता है देश

साध्वी प्रज्ञा ने योगी सरकार की तारीफ करते हुए पिछली सरकारों पर भी निशाना साधा कहा "यह देश कानून से चलता है गुंडागर्दी से नहीं चलता और यूपी में अभी तक योगी जी से पहले जो भी सरकारे रहीं उन्होंने लोगों को भ्रमित किया है उन्होंने लोगों को बरगलाया है उन्होंने लोगों से स्वार्थ पूर्ति की है ना कि लोगों को विकास उत्थान किया है। सिर्फ उन्होंने उनका उपयोग किया है क्योंकि वह उन लोगों के लिए काम करते थे ।उनके लिए कानून से बढ़कर वह लोग थे जो सरकारी रही पिछली कानून से बढ़कर वह सरकारी अपने को मानती रहे दुरुपयोग जनता का करती रहीं।"