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Hindi News मध्य-प्रदेश ‘सिर्फ इन्हीं कुछ देशों में हो रहा इस्तेमाल’, दिग्विजय सिंह ने EVM पर फिर उठाए सवाल

‘सिर्फ इन्हीं कुछ देशों में हो रहा इस्तेमाल’, दिग्विजय सिंह ने EVM पर फिर उठाए सवाल

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने EVM पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि बैलट पेपर के माध्यम से चुनाव कराना संभव नहीं है तो VVPAT पर्चियां मतदाताओं को सौंपी जानी चाहिए।

EVM tampering, ECI, Digvijaya Singh, Digvijaya Singh EVM- India TV Hindi Image Source : PTI कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह।

भोपाल: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने बुधवार को EVM की विश्वसनीयता पर संदेह जताते हुए बड़ा बयान दिया है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने मांग की है कि मतदाताओं को मतपेटी में डालने के लिए VVPAT पर्चियां सौंपी जाएं। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य ने कहा कि चुनाव के नतीजे इन पर्चियों की गिनती कर घोषित किए जाने चाहिए। वहीं, BJP ने दिग्विजय के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वह कर्नाटक और तेलंगाना में उनकी पार्टी की जीत के साथ-साथ मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपने बेटे की जीत पर सवाल उठा रहे हैं।

EVM पर लगातार सवाल उठा रहे दिग्विजय

दिग्विजय ने दावा किया कि EVM का इस्तेमाल केवल भारत, ऑस्ट्रेलिया, नाइजीरिया, वेनेजुएला और ब्राजील में चुनाव कराने के लिए किया जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया में इस्तेमाल किया जाने वाले सॉफ्टवेयर पर लोगों की सार्वजनिक रूप से पहुंच है और कोई भी इससे जानकारी ले सकता है। दिग्विजय ने कहा, ‘भारत में ऐसा नहीं है और चुनाव आयोग इसे (सॉफ्टवेयर को) इस आधार पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं कराता है कि इसे हैक किया जा सकता है।'’ दिग्विजय ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हाल के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के बाद EVM की विश्वसनीयता पर लगातार सवाल उठाया है।

‘जनता ने कई बार दिग्विजय को बयान दिया’

दिग्विजय ने कहा, ‘यदि बैलट पेपर के जरिए चुनाव कराना संभव नहीं है तो VVPAT पर्चियां मतदाताओं को सौंपी जानी चाहिए और उन्हें सत्यापित करने के बाद इसे मतपेटी में डालने की इजाजत दी जानी चाहिए।’ कांग्रेस नेता ने यह भी मांग की है कि चुनाव परिणाम इन VVPAT पर्चियों की गिनती करके घोषित किए जाएं, न कि EVM के माध्यम से। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर में कहा, 'मध्य प्रदेश की जनता ने कई मौकों पर दिग्विजय सिंह को जवाब दिया है लेकिन जब वह समझने को ही तैयार नहीं हैं तो क्या किया जा सकता है।'