A
Hindi News मध्य-प्रदेश चुनावी साल में 'कमलनाथ हैं धार्मिक', कांग्रेस कमेटी ने किया वीडियो जारी, नरोत्तम मिश्रा ने कहा- कांग्रेस के लोग इच्छाधारी हिन्दू

चुनावी साल में 'कमलनाथ हैं धार्मिक', कांग्रेस कमेटी ने किया वीडियो जारी, नरोत्तम मिश्रा ने कहा- कांग्रेस के लोग इच्छाधारी हिन्दू

एमपी कांग्रेस ने एक वीडियो जारी कर जहां कमलनाथ को धार्मिक प्रवृत्ति का बताते हुए 15 महीनों की सरकार में उनके धार्मिक विकास यात्रा को बताया है।

कमलनाथ- India TV Hindi Image Source : इंडिया टीवी कमलनाथ

भोपाल : चुनावी साल है ऐसे में वोटों की दरकार में राजनेता धार्मिक दरबारों में हाजिरी भरते देखे जा रहे हैं। धार्मिक पिच पर खुद को और पार्टी को सबसे बड़ा खिलाड़ी बताने की कोशिश कर रहे हैं। एमपी कांग्रेस ने एक वीडियो जारी कर जहां कमलनाथ को धार्मिक प्रवृत्ति का बताते हुए 15 महीनों की सरकार में उनके धार्मिक विकास यात्रा को बताया है। वही पूर्व मंत्री 51000 हनुमान चालीसा का पाठ करा रहे हैं।लेकिन भाजपा इसे कांग्रेस का इच्छाधारी हिंदुत्व बता रही है।

दरअसल, चुनाव से 8 महीने पहले कांग्रेस की तरफ से जारी किया गया यह वीडियो बता रहा है कि कमलनाथ धार्मिक प्रवृत्ति के हैं, अपनी 15 महीने की सरकार में उन्होंने जो विकास किया वह आस्था के साथ किया, बकायदा अपने विकास कार्य इस वीडियो में दिखा रहे हैं।

  1. राम वन गमन पथ निर्माण भूमिका
  2. ओम सर्किट निर्माण भूमिका
  3. ओमकारेश्वर मंदिर विकास 
  4. मां नर्मदा मां शिप्रा की सफाई 
  5. 1000 प्लस गौशाला निर्माण
  6. पुजारी मानदेय वृद्धि 
  7. सीता माता मंदिर निर्माण भूमिका
  8. हनुमान मंदिर निर्माण भूमिका

कांग्रेसी चुनावी और इच्छाधारी हिंदू-नरोत्तम मिश्रा

इस वीडियो के सहारे कॉन्ग्रेस बताने की कोशिश कर रही है 2023 का चुनाव जीतते ही कांग्रेस मध्य प्रदेश को श्रद्धा का केंद्र बनाएगी लेकिन प्रदेश के गृहमंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा कहते हैं कमलनाथ को बताने के लिए कि वह धर्मावलंबी है वीडियो जारी करना पड़ रहा है, यह चुनावी हिंदू इच्छाधारी हिंदू है हम बारहमासी हिंदू हैं।

हम तो बारहमासी हैं-नरोत्तम मिश्रा

इंडिया टीवी से बात करते हुए गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा "यह गजब है कमलनाथ हिंदू धर्मावलंबी हैं,उनका भगवान पर भरोसा है यह बताने के लिए उन्हें वीडियो जारी करना पड़ रहा है कि हम धर्मावलंबी हैं, कांग्रेस हिंदू धर्म को मानती है। हम तो बारहमासी हैं, हमने तो जब चुनाव नहीं था तब राम मंदिर का शिलान्यास किया था तब पीएम गए थे। काशी कॉरिडोर बनना प्रारंभ हुआ महाकाल का उद्घाटन कर दिया था। कौन सा चुनाव था?  पीतांबरा माई की घोषणा मुख्यमंत्री ने कर दी तब कौन सा चुनाव था। लेकिन इन्हें चुनाव पर ही धर्म की बात, हनुमान चालीसा और हनुमान जी की आरती यादआती है। कांग्रेसी चुनावी धार्मिक हैं। वे चुनावी हिंदू, चुनावी जनेऊ धारी और चुनावी तिलकधारी हैं। पिछले चुनाव में यह पीतांबरा माई, महाकाल और गुफा मंदिर गए थे लेकिन सरकार आने के 15 महीने में कहीं नहीं गए।

पीसी शर्मा करा 51 हजार हजार हनुमान चालीसा पाठ

वहीं भोपाल दक्षिण क्षेत्र से विधायक पीसी शर्मा अपने विधानसभा क्षेत्र में नीम करौली वाले बाबा की उपस्तिति में 29 अप्रैल को सीता नवमी के दिन बड़ा कार्यक्रम करा रहे हैं। इसमें भोपाल और आसपास के जिलों के लोगों को भी बुलाया जा रहा है। इसी कार्यक्रम में पीसी शर्मा 51 हजार हनुमान चालीसा का पाठ भी कराएंगे। जाहिर है भारी संख्या में जनता भी आएगी। पीसी शर्मा का कहना है कि युवा बेरोजगारी से किसान कर्ज माफी से परेशान हैं, आत्महत्या कर रहे है,  ऐसे में हनुमान चालीसा ही उन्हें शक्ति देंगे।

बीजेपी सिर्फ दिखावा करती है- पीसी शर्मा

पीसी शर्मा दिग्विजय समर्थक माने जाते हैं इसलिए उनकी 51000 हनुमान चालीसा पर नरोत्तम मिश्रा तंज कसते हुए कहते हैं- पीसी शर्मा ने अपने गुरु दिग्गी भाईजान से हनुमान चालीसा करने का पूछा नहीं होगा, वरना वह कुछ और ही करने को कहते। हालांकि पीसी शर्मा गृहमंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए बताते हैं कि कमलनाथ ने एक फ़ीट ऊंची हनुमान जी की प्रतिमा बनवाई है। दिग्विजय सिंह के यहां जोत चलती है। मैं हनुमान चालीसा पढ़ता हूं और बीजेपी सिर्फ दिखावा करती है।

चुनावों से पहले हिंदुत्व की इस धार्मिक पिच पर अकेले कांग्रेस ही नहीं भाजपा भी बराबरी से खेल रही है। पंडित प्रदीप मिश्रा बाबा बागेश्वर देवकीनंदन जैसे तमाम कथावाचकों के दरबार में मुख्यमंत्री समेत तमाम मंत्री हाजिरी भरते दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस हिंदुत्व के सहारे वोटरों की फसल को काटने में पीछे नहीं रहना चाहती है।