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Madhya Pradesh: नशामुक्त गांव बनाने के लिए सीएम शिवराज ने किया ये ऐलान, जानें पूरी खबर

Madhya Pradesh: एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने नशामुक्त गांव बनाने को लेकर एक महत्वपूर्ण ऐलान किया। उन्होंने घोषणा की कि प्रदेश में नशामुक्त गांव को विशेष इनाम से सम्मानित किया जाएगा।

Madhya Pradesh CM Shivraj Singh(File Photo)- India TV Hindi Image Source : PTI Madhya Pradesh CM Shivraj Singh(File Photo)

Highlights

  • "समरस पंचायतों में चलेगा नशामुक्ति अभियान"
  • "समरस पंचायतों को अपने काम से पूरे देश में उदाहरण रखना है"

Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को ऐलान किया कि प्रदेश में नशामुक्त गांव को दो लाख रुपये का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। चौहान ने सीएम निवास परिसर में निर्विरोध निर्वाचित प्रतिनिधियों के अभिनंदन समारोह में कहा, ‘‘प्रदेश में वर्तमान में चल रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 630 सरपंच, 157 जनपद पंचायत सदस्य और एक जिला पंचायत सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं।’’ उन्होंने कहा कि इन पंचायतों को समरस पंचायत कहा गया है। 

"समरस पंचायतों में नशामुक्ति का अभियान चलाया जाए"

चौहान ने कहा, ‘‘समरस पंचायतों में नशामुक्ति का अभियान चलाया जाए। नशामुक्त गांव को विशेष रूप से दो लाख रुपये का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।’’ चौहान ने कहा कि किसी भी पंचायत में सरपंच का चुनाव निर्विरोध रूप से होने पर पांच लाख रुपये दिए जाएंगे। सरपंच पद के लिए वर्तमान और पिछला चुनाव लगातार निर्विरोध होने पर सात लाख रुपये तथा सभी पंच और सरपंच निर्विरोध निर्वाचित होने पर सात लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसी प्रकार पंचायत में सरपंच एवं पंच के सभी पदों पर महिलाओं का निर्वाचन होने पर पंचायत को 12 लाख रुपये दिए जाएंगे। पंचायत में सरपंच एवं पंच के सभी पदों पर महिलाओं का चुनाव निर्विरोध होने पर पंचायत को 15 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

"मां-बहन की तरफ गलत नजर वाले को नहीं बख्शा जाएगा"

सीएम शिवराज ने कहा कि गांव को नशा मुक्त बनाने के लिए आपसी बातचीत और विभिन्न प्रेरणास्पद गतिविधियों से माहौल बनाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि समरस पंचायतों सहित सभी पंचायतों में बेटियों का मान, सम्मान और इज्जत बढ़े और बेटा-बेटी को बराबर माना जाए। चौहान ने कहा कि मां, बहन, बेटी की तरफ गलत नजर से देखने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि समरस पंचायतों को अपने काम से पूरे देश में उदाहरण प्रस्तुत करना है।