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Hindi News मध्य-प्रदेश MP News: खतरा टला नहीं, डैम में कट ​लगाकर निकाला जा रहा पानी, लगातार मॉनिटरिंग कर रहे शिवराज

MP News: खतरा टला नहीं, डैम में कट ​लगाकर निकाला जा रहा पानी, लगातार मॉनिटरिंग कर रहे शिवराज

MP News: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने देर रात 3 बजे तक कारम डेम के पैरेलल चैनल से रेगुलेटेड पानी निकाले जाने की मॉनिटरिंग की। डैम में कट लगाकर तेजी से पानी निकाला जा रहा है।

CM Shivraj Singh Chouhan on Dhar Dam- India TV Hindi Image Source : INDIA TV CM Shivraj Singh Chouhan on Dhar Dam

Highlights

  • कंट्रोल रूम से सीएम शिवराज रख रहे राहत और बचाव कार्य की निगरानी
  • आसपास के गांवों में निगरानी रख रहे हेलिकॉप्टर

MP News: धार में कारम डैम का खतरा टला नहीं है। 304 करोड़ रुपए की लागत से बने इस डैम के खतरे से बचने के लिए प्रशासन और सेना की टीमें लगातार जुटी हुई हैं। इसका खतरा कितना बड़ा रूप ले सकता है, इस शंका के मद्देनजर मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान लगातार कंट्रोल रूम से स्थिति का जायजा ले रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने देर रात 3 बजे तक कारम डेम के पैरेलल चैनल से रेगुलेटेड पानी निकाले जाने की मॉनिटरिंग की। डैम में कट लगाकर तेजी से पानी निकाला जा रहा है। आर्मी के हेलिकॉप्टर से आसपास के गांवों में निगरानी रख रहे हैं, खतरा अभी टला नहीं है। पानी का प्रेशर कम करने के लिए कट लगाए गए हैं। 

कंट्रोल रूम से सीएम शिवराज रख रहे राहत और बचाव कार्य की निगरानी

एमपी के सीमए शिवराज सिंह चौहान ने धार डैम के खतरे को भांपते हुए सीधेतौर पर मॉनिटरिंग करना शुरू कर दिया है। एमपी के मुख्यमंत्री ने देर रात 3 बजे तक कारम डेम का राहत और बचाव कार्य की मॉनिटरिंग की। 16 घंटों तक मुख्यमंत्री मंत्रियों से प्रशासन से डैम की जानकारी लेते रहे।रविवार सुबह 6 बजे से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान फोन के जरिये सिचुएशन रूम, धार और खरगोन प्रशासन, इंदौर संभाग की आईडी कमिश्नर के साथ-साथ निर्माणाधीन टाइम पर मौजूद तमाम अधिकारियों से हालात का जायजा ले रहे हैं। साथ ही राहत केंद्रों में रह रहे लोगों की समुचित व्यवस्थाओं को लेकर मुख्यमंत्री ने प्रशासन को निर्देश दिए हैं।

गौरतलब है कि धार जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर कारम नदी पर करोड़ों की लागत से एक बांध बन रहा था। लेकिन इससे पहले कि डैम बनकर तैयार होता, इसकी दीवार से पानी का रिसाव और मिट्टी गिरना शुरू हो चुकी है। लिहाजा इस बांध के टूटने का खतरा पैदा होने की आशंका के मद्देनजर आपदा प्रबंधन के लिए सेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें शनिवार को मौके पर पहुंच गई थीं। इसके अलावा, वायुसेना के दो हेलीकॉप्टरों को भी स्टैंड बाई पर रखा गया, ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें तुरंत लोगों के बचाव में भेजा जा सके। 

मुख्यमंत्री शिवराज के साथ जुटा पूरा सरकारी अमला

घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने बांध के निचले क्षेत्र में बसे 18 गांवों को शुक्रवार को ऐहतियातन खाली कराके लोगों को सुरक्षित स्थानों पर राहत शिविरों में भेज दिया है। इसके सभी ऑपरेशन को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह लगातार नजर बनाए हुए हैं। कई मंत्री बांध स्थल पर मौजूद हैं। सीएम ने कहा कि हमारे कमिश्नर, आईजी, इरीगेशन के इंजीनियर, चीफ इंजीनियर समेत पूरा अमला बांध स्थल पर ही मौजूद हैं।"