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Hindi News मध्य-प्रदेश सेल्फी न बन जाए जानलेवा, बीमार तेंदुए के पास बैठ फोटो खिंचवाने लगे ग्रामीण, हो सकता था बड़ा हादसा

सेल्फी न बन जाए जानलेवा, बीमार तेंदुए के पास बैठ फोटो खिंचवाने लगे ग्रामीण, हो सकता था बड़ा हादसा

मध्य प्रदेश के देवास जिले में विचित्र घटना देखने को मिली है। यहां एक तेंदुए को जब लोगों ने टहलते देखा तो पहले वो डर गए। लेकिन जब तेंदुआ उनके पास आकर बैठा तो वे समझ गए कि तेंदुआ बीमार है।

MP NEWS villagers started taking photographs while sitting near the sick leopard in dewas- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO बीमार तेंदुए के साथ ग्रामीण

अक्सर बस्तियों, गांवों व छोटे शहरों में तेंदुए के हमले की खबरें आती रहती हैं। कई बार तेंदुए लोगों को नुकसान पहुंचाते हैं, तो कई बार लोग तेंदुए की पीट-पीटकर जान निकाल देते हैं। लेकिन क्या हो अगर तेंदुआ आपके सामने आ जाए। मध्य प्रदेश के देवास जिले में स्थित एक गांव में विचित्र नजारा देखने को मिला। टोंकखुर्द के ग्राम इकलेरा के जंगलों में तेंदुए के साथ लोग खेलते दिखे हैं। इतना ही नहीं लोग तेंदुए के साथ सेल्फी भी ले रहे थे। दरअसल यहां एक तेंदुआ जंगल से निकलकर लोगों के बीच पहुंच गया। इसके बाद सभी लोग तेंदुए के आसपास खड़े दिखाई दिए।

बीमार तेंदुए को देख दंग रह गए लोग

इकलेरा के पास जब लोगों ने तेंदुए को घूमते देखा तो पहले तो लोग डर गए। लेकिन तेंदुए की सुस्त हालत देख लोग समझ गए कि तेंदुआ बीमार है। इसके बाद देखते ही देखते यहां पर लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। हालांकि इस दौरान सभी के हाथों में लाठी और डंडे दिखाई दे रहे थे। दरअसल तेंदुआ बीमार था जो एकत्रित भीड़ के समीप आकर बैठ गया था। इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने वन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी। बता दें कि वन विभाग द्वारा खबर लिखे जाने तक कोई सूचना नहीं मिल सकी है। 

तेंदुए के साथ सेल्फी

हालांकि इस बाबत जो वीडियो हमारे पास आया है, उसके मुताबिक तेंदुआ काफी बीमार है, जो छांव में बैठा है। इस दौरान लोगों द्वारा भी लापरवाही देखने को मिली है। लोग तेंदुए के साथ खेलते दिख रहे हैं। वहीं कुछ लोग तेंदुए के साथ सेल्फी लेने में लगे हुए हैं। वीडियो के एक दृश्य में तेंदुआ जा रहा होता है तो उसके पीछे एक शख्स दिख रहा है जो तेंदुए को छू रहा है और पकड़ते हुए वीडियो बनवा रहा है। ऐसे में किसी भी प्रकार की बड़ी दुर्घटना देखने को मिल सकती थी। ग्रामीणों के मुताबिक वन विभाग की तरफ से इस बाबत अबतक कोई सूचना प्राप्त नहीं हुआ है।