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Hindi News महाराष्ट्र बुरे फंसे अनिल देशमुख? महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री, उनके बेटों के खिलाफ ED ने दाखिल की चार्जशीट

बुरे फंसे अनिल देशमुख? महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री, उनके बेटों के खिलाफ ED ने दाखिल की चार्जशीट

ईडी ने दावा किया है कि बर्खास्त पुलिसकर्मी सचिन वाजे द्वारा कथित रूप से एकत्र किए गए रिश्वत के पैसे की लॉन्ड्रिंग के मुख्य लाभार्थी देशमुख थे, जो इसी मामले में एक आरोपी भी हैं।

Anil Deshmukh, Anil Deshmukh ED, Anil Deshmukh Sons ED, Anil Deshmukh Chargesheet- India TV Hindi Image Source : PTI ED ने बुधवार को राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ एक सप्लिमेंट्री चार्जशीट दाखिल की।

Highlights

  • देशमुख के खिलाफ दर्ज कथित रिश्वत मामले में उनके दो बेटों ऋषिकेश और सलिल का नाम भी शामिल किया गया है।
  • देशमुख को मुंबई में ईडी के सामने पेश होने के एक दिन बाद 2 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था, और तब से वह हिरासत में हैं।
  • ईडी ने दावा किया है कि सचिन वाजे द्वारा कथित रूप से एकत्र किए गए रिश्वत के पैसे की लॉन्ड्रिंग के मुख्य लाभार्थी देशमुख थे।

मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ एक सप्लिमेंट्री चार्जशीट दाखिल की। देशमुख के खिलाफ दर्ज कथित रिश्वत मामले में उनके दो बेटों ऋषिकेश और सलिल का नाम भी शामिल किया गया है। कई हजार पन्नों की सप्लिमेंट्री चार्जशीट विशेष पीएमएलए कोर्ट के समक्ष दायर की गई थी और अन्य बातों के अलावा, देशमुख पर भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया गया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता देशमुख को मुंबई में ईडी के सामने पेश होने के एक दिन बाद 2 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था, और तब से वह हिरासत में हैं।

पहले 14 आरोपियों के खिलाफ दाखिल हुई थी चार्जशीट
ईडी ने दावा किया है कि बर्खास्त पुलिसकर्मी सचिन वाजे द्वारा कथित रूप से एकत्र किए गए रिश्वत के पैसे की लॉन्ड्रिंग के मुख्य लाभार्थी देशमुख थे, जो इसी मामले में एक आरोपी भी हैं। ED ने इससे पहले देशमुख के निजी सचिव (अतिरिक्त जिलाधिकारी स्तर के अधिकारी) संजीव पलांदे और निजी सहायक कुंदन शिंदे समेत 14 आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था। CBI द्वारा इस साल 21 अप्रैल को देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार और आधिकारिक पद के दुरुपयोग के आरोप में प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद ED ने उनके और सहयोगियों के खिलाफ जांच शुरू की थी।

देशमुख पर वाजे के माध्यम से वसूली का आरोप
ईडी का मामला यह है कि राज्य के गृह मंत्री के रूप में देशमुख ने कथित तौर पर अपने पद का दुरुपयोग किया और पुलिस अधिकारी सचिन वाजे के माध्यम से मुंबई के कई बार से 4.70 करोड़ रुपये की वसूली की थी। वाजे को ‘एंटीलिया’ बम और मनसुख हिरन की हत्या के मामलों में गिरफ्तारी के बाद सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। मनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला देशमुख परिवार के नियंत्रण वाले शैक्षणिक ट्रस्ट नागपुर स्थित श्री साईं शिक्षण संस्थान से संबंधित है। ED के मुताबिक, पलांदे और शिंदे ने बेहिसाबी धन के प्रसार और शोधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वहीं, देशमुख ने अपने खिलाफ लगे आरोपों से बार-बार इनकार किया है।