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Hindi News महाराष्ट्र एंटीलिया मामला: धमकी के लिए जिस प्रिंटर से प्रिंट हुआ था लेटर, NIA ने किया बरामद?

एंटीलिया मामला: धमकी के लिए जिस प्रिंटर से प्रिंट हुआ था लेटर, NIA ने किया बरामद?

सूत्रों के मुताबिक़ NIA ने अपनी जांच में उस प्रिंटर को भी ढूंढ निकाला है जिससे धमकी के लिए लेटर प्रिंट किया गया था। गिरफ्तार पूर्व कॉन्स्टेबल विनायक शिंदे के घर से एक प्रिंटर बरामद किया गया है।

एंटीलिया मामला: धमकी के लिए जिस प्रिंटर से प्रिंट हुआ था लेटर, NIA ने किया बरामद?- India TV Hindi Image Source : ANI/TWITTER एंटीलिया मामला: धमकी के लिए जिस प्रिंटर से प्रिंट हुआ था लेटर, NIA ने किया बरामद?

मुंबई: मुकेश अंबानी के घर स्कॉर्पियो गाड़ी में विस्फोटक के साथ ही एक चिट्ठी भी मिली थी जिसमें अंबानी को धमकी दी गई थी।  सूत्रों के मुताबिक़ NIA ने अपनी जांच में उस प्रिंटर का भी ढूंढ निकाला है जिससे धमकी के लिए लेटर प्रिंट किया गया था। गिरफ्तार पूर्व कॉन्स्टेबल विनायक शिंदे के घर से एक प्रिंटर बरामद किया गया है। NIA को शक है कि इसी प्रिंटर से उस धमकी वाले लेटर को निकाला गया जो एंटीलिया के बाहर खड़ी स्कॉर्पियो से मिला था। अब NIA ने इस प्रिंटर को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेज दिया है। शिंदे के घर से NIA ने एक कंप्यूटर हार्ड डिस्क और एक कार भी ज़ब्त की थी.। 

वहीं महाराष्ट्र के वसूली कांड पर को लेकर NIA ने सचिन वाजे के क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट से एक डायरी भी बरामद की है। इस डायरी में कुछ कोड वर्ड्स लिखे गए हैं। डायरी में इस बात का जिक्र है कि  रेस्टोरेंट, पब से गैंग्स ऑफ वाजे ने कितनी वसूली की।NIA सूत्रों के मुताबिक ये वसूली सचिन वाजे ने जनवरी महीने में शुरू की थी। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर की चिट्ठी में भी वसूली के इसी टाइम का ज़िक्र किया गया था। मुंबई के हर होटल, हर पब का एक रेटकार्ड तय था।

डायरी में हर होटल और पब वालों के नाम के आगे रेटकार्ड लिखे हैं। NIA के मुताबिक ये सारी वसूली वाजे और गैंग के नाम से किए जाते थे। इस डायरी में मुंबई में लॉटरी कारोबार और मटके धंधे की भी पूरी डिटेल है।

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे आठ पन्नों के पत्र में मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने आरोप लगाया था कि गृह मंत्री देशमुख पुलिस अधिकारियों को अपने आधिकारिक आवास पर बुलाते थे और उन्हें बार, रेस्तरां और उन्य जगहों से वसूली के लिए कहते थे। परमबीर सिंह के इन आरोपों के बाद मुंबई पुलिस के साथ ही महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आ गया है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे चुप्पी साधे हुए जबकि गृह मंत्री अनिल देशमुख लगातार आरोपों से घिर रहे हैं।