A
Hindi News महाराष्ट्र NCP का बड़ा बयान, कहा- उद्धव ठाकरे का खेमा ही असली शिवसेना

NCP का बड़ा बयान, कहा- उद्धव ठाकरे का खेमा ही असली शिवसेना

NCP के प्रवक्ता ने कहा, “इस साल दशहरे पर दो रैलियां होंगी। एक परंपरा, वफादारी, आत्म सम्मान और बाला साहेब (ठाकरे) के विचारों वाली है। कौन सी शिवसेना असली है यह फैसला हालांकि निर्वाचन आयोग के समक्ष लंबित है, असली शिवसेना वह है जिसके पास बालासाहेब (ठाकरे) के विचार हैं, जिसका मतलब है कि यह उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसे

Representational Image- India TV Hindi Image Source : PTI Representational Image

Maharashtra: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने सोमवार को कहा कि उद्धव ठाकरे का धड़ा ही 'असली शिवसेना' है, हालांकि इस संदर्भ में फैसला निर्वाचन आयोग के समक्ष लंबित है और दशहरे के दिन प्रतिद्वंद्वी धड़ों द्वारा दो रैलियों का आयोजन किया जा रहा है। NCP के प्रवक्ता महेश तपासे ने कहा कि शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी का मानना है कि असली शिवसेना पार्टी वह है जो संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे के विचारों को आत्मसात करती है, जो उद्धव ठाकरे की शिवसेना है। 

'इस साल दशहरे पर होंगी दो रैलियां' 

NCP के प्रवक्ता ने कहा, “इस साल दशहरे पर दो रैलियां होंगी। एक परंपरा, वफादारी, आत्म सम्मान और बाला साहेब (ठाकरे) के विचारों वाली है। कौन सी शिवसेना असली है यह फैसला हालांकि निर्वाचन आयोग के समक्ष लंबित है, असली शिवसेना वह है जिसके पास बालासाहेब (ठाकरे) के विचार हैं, जिसका मतलब है कि यह उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना है।” सुप्रीम कोर्ट से ठाकरे को हालांकि तब झटका लगा जब उसने निर्वाचन आयोग को एकनाथ शिंदे गुट की उस याचिका पर सुनवाई करने की इजाजत दे दी जिसमें उसने ‘असली’ शिवसेना के तौर पर मान्यता दिए जाने और पार्टी का चुनाव चिन्ह ‘धनुष-बाण’ उसे आवंटित किए जाने की मांग की है। 

MMRDA मैदान को किया बुक 

ठाकरे के नेतृत्व वाले धड़े का मुंबई के शिवाजी पार्क में रैली करने का कार्यक्रम है जबकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट ने पांच अक्टूबर के कार्यक्रम के लिए बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स के MMRDA मैदान को बुक कराया है। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार और पार्टी के शीर्ष नेता शिवसेना में टूट के बाद से ठाकरे के नेतृत्व वाले खेमे का समर्थन कर रहे हैं। ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना महा विकास आघाड़ी (MVA) के तीन घटकों में से एक है। शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना के 39 विधायकों की बगावत के बाद इस साल जून में MVA सरकार गिर गई थी।