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Hindi News महाराष्ट्र उद्धव गुट पर बीजेपी नेता राम कदम ने कसा तंज, कहा - 'शायद रात की अब तक उतरी नहीं'

उद्धव गुट पर बीजेपी नेता राम कदम ने कसा तंज, कहा - 'शायद रात की अब तक उतरी नहीं'

इससे पहले संजय राउत ने कहा था कि अमित शाह सही मायनों में महाराष्ट्र और मराठी मानुस के दुश्मन हैं। इसमें गलत क्या है। उन्होंने उस शिवसेना को तोड़ा है जिसे बालासाहेब ने मराठी मानुस को ताकत देने के लिए बनाया था।

Ram Kadam- India TV Hindi Image Source : FILE राम कदम

मुंबई: महाराष्ट्र में राजनेता एक-दूसरे पर शब्द बाण छोड़ने का एक भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं। जरा सा मौका लगते ही बाण चल रहे हैं। फिर चाहे वो संजय राउत हुए या फिर और कोई नेता। इसी सूची में नया नाम जुड़ा है बीजेपी नेता राम कदम का। उन्होंने बुधवार सुबह उद्धव ठाकरे गुट पर तीखी टिप्पणी की है। कदम ने अपने ट्वीट में लिखा कि जो लोग अपने भाई और रिश्तेदारों तक को जोड़कर नहीं रख सके वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ सबको एक करने निकले हैं। 

'घर में काम करने वाले लोग तक तो छोड़ गए' - राम कदम 

राम कदम ने लिखा, "जो लोग अपने खून के रिश्तेदार भाई, भाभी पूरे परिवार को भी एक साथ मे जोड़कर रख नहीं सके। इतना हीं नही  बाला साहेबा की सेवा करने वाले सेवक, घर के कर्मचारी भी जिन्हें छोड़कर कर एकनाथ शिंदे के साथ चले गए। राम कदम ने लिखा, "विधायक सांसद तो छोड़िए, कैबिनेट मंत्री तक वे खुद के साथ जोड़ नहीं पाए और वे निकले हैं पीएम मोदी के खिलाफ सबको एक करने के लिये।" राम कदम ने कहा कि लगता है रात की अब तक शायद उतरी नहीं है।

यह सुपारी देकर शिवसेना को मारने का प्रयास - उद्धव ठाकरे 

वहीं इससे पहले एक बैठक में उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह सुपारी देकर शिवसेना को मारने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि शिवसेना का जन्म भाजपा की हथेलियों को चाटने के लिए नहीं हुआ है। अभी यह सबसे कठिन समय है। वर्तमान के हालात वैसी ही हैं जैसी शिवसेना प्रमुख के जाने के समय थी। कहा जाता था कि बालासाहेब के निधन के बाद शिवसेना नहीं चलेगी। लेकिन हम जीत गए।

उद्धव बोले सड़कों पर वापस लड़ेंगे

उद्धव ठाकरे ने इस बैठक में आगे कहा कि अगर हम अभी नहीं जागेंगे तो साल 2024 लोकसभा चुनाव में तानाशाही सरकार आएगी। मशाल 28 तारीख तक इस चिन्ह का उपयोग कर सकते हैं। यदि चिन्ह हटा भी दिया जाता है तो मेरे दिमाग में 10 और चिन्ह है। उद्धव ठाकरे ने कहा हम अदालत में और सड़कों पर वापस लड़ेंगे। बता दें कि चुनाव आयोग द्वारा धनुष तीर व शिवसेना के प्रतीक चिन्ह को एकनाथ शिंदे गुट को दे दिया गया है।