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Hindi News महाराष्ट्र कबाड़ से जुटाई सामग्री और बना दी बेटे के लिए जुगाड़ बाइक, जानें पूरी दिलचस्प कहानी

कबाड़ से जुटाई सामग्री और बना दी बेटे के लिए जुगाड़ बाइक, जानें पूरी दिलचस्प कहानी

मां-बाप अपने बच्चों की ख्वाहिश पूरी करने के लिए क्या कुछ नहीं करते हैं। ऐसे ही एक पिता ने कबाड़ से बेटे की ख्वाहिश के लिए जुगाड़ बाइक बना डाली। पढ़ें पूरी कहानी...

maharashtra- India TV Hindi Image Source : INDIA TV (SCREEN GRAB) कबाड़ से बना डाली बाइक

अक्सर देखा गया कि मां-बाप अपने बच्चों की ख्वाहिश पूरी करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। फिर चाहे हो उनकी पढ़ाई हो या उनका कोई सपना, मां-बाप अपना सबकुछ बच्चे की खुशी के लिए लुटा देते हैं। ऐसा ही कुछ मामला सामने आया है। एक पिता ने अपने बेटे की ख्वाहिश पूरी करने लिए कबाड़ से बाइक बना डाली। बाइक बनाने की वजह से शख्स सुर्खियों में छाया हुआ है। बता दें कि ये मामला महाराष्ट्र का है। बेटे को स्कूल जाने के लिए 8 किलोमीटर दूर पैदल जाना पड़ता था। पिता गरीब थे तो उनके पास गाड़ी खरीदने के पैसे नहीं थे। ऐसे में शख्स को आइडिया आया और उसने कबाड़ से बाइक बना डाली।

कबाड़ से जमाई सामग्री, और बना दी जुगाड़ बाइक

दरअसल, महाराष्ट्र के वाशिम जिले में एक पिता ने अपने बेटे के लिए भंगार से सामान लाकर एक बाइक बनाई है। कारंजा शहर में रहने वाले रहीम खान ने भंगार की दुकान से सामान लाकर अपने बेटे के लिए बाइक बनाई है, जिससे आज उनका बेटा कॉलेज जाता है और घर के बाकी काम करता है। इस बाइक की बनने की कहानी थोड़ी दिलचस्प है। रहीम खान से बात करने पर पता चला कि रहीम का पुत्र शाफिन खान कॉलेज में पैदल जाता था, जबकि उसके दोस्त बाइक से आते हैं। यह बात बेटे ने अपने पिता को बताई, फिर क्या पिता ने भी ठान ली की वो भी अपने बेटे को बाइक पर कॉलेज भेजेंगे।

जानें कैसे बनाई बाइक

रहीम खान की माली हालत खस्ता है, वह लोगो के घर जाकर इलेक्ट्रिक का काम करते है, साथ ही उन्होंने घर के सामने ही एक छोटी-सी वेपर्स की दुकान भी खोल रखी है, ताकि आमदनी होती रहे। रहीम खान अपने बेटे की साइकिल ली और उसे काट दिया। फिर रहीम खान ने कबाड़ की दुकान में जाकर बाइक के लिए सामान खरीदा, जिसमे हैंडल, टायर इत्यादि चीजें शामिल हैं। उन्होंने एक 24 वोल्ट की बैटरी और 24 वोल्ट की मोटर साइकिल में फिट की, बता दें कि ये बैटरी मोटर को करंट देती है और मोटर व्हील को घुमाती है। रहीम ने टार्च की लाइट बतौर हेड लाइट के रूप में लगाया, साथ ही आगे-पीछे छोटे इंडिकेटर भी इस बाइक में लगाए। शाफीन आज इस बाइक से अपने कॉलेज जाता है, शाफिन के दोस्त जिनके पास अच्छी बाइक होने के बाद भी वह इस जुगाड़ बाइक के दीवाने हो गए। वे शाफिन से रोज बाइक का एक चक्कर लगाने के लिए कहते हैं।

बनाने में लगे 2 महीने

पिता रहीम खान ने बताया की इस बाइक को बनाने में उन्हें 18 से 20 हजार रुपया खर्च आया, यह बाइक एक बार चार्ज करने पर 20 से 25 किलोमीटर तक चलती है और 50 से 60 किलो तक वजन ढोती है। रहीम खान ने कहा की बड़े पावर की बैटरी और मोटर लगाने के बाद यह बाइक की स्पीड और वजन ढोने की क्षमता भी बढ़ जाएगी। इस बाइक को बनाने में रहीम खान 2 महीने लगे।