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Hindi News महाराष्ट्र Omicron cases in Maharashtra: महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के 2 और मामले आए, राज्य में RT-PCR टेस्ट के रेट घटाए गए

Omicron cases in Maharashtra: महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के 2 और मामले आए, राज्य में RT-PCR टेस्ट के रेट घटाए गए

जानकारी के मुताबिक, जोहांसबर्ग से मुम्बई 25 नवम्बर को 37 वर्षीय व्यक्ति आया। उसके साथ उसकी महिला दोस्त अमरीका से आयी थी वो भी ओमिक्रॉन संक्रमित पायी गयी है। दोनों ने फाइजर की वैक्सीन ली है, दोनों को कोई भी लक्षण नहीं है। दोनों का इलाज 7 हिल्स अस्पताल में चल रहा है।

महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के 2 और मामले आए, राज्य में अब 10 और देश में 23 केस मिले- India TV Hindi Image Source : PTI FILE PHOTO महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के 2 और मामले आए, राज्य में अब 10 और देश में 23 केस मिले

Highlights

  • देश में ओमिक्रॉन संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 23 हुई
  • देश में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों से तीसरी लहर का खतरा बढ़ता जा रहा है
  • भारत में जनवरी-फरवरी के बीच आएगी कोरोना की तीसरी लहर- अध्ययन

Omicron cases in Maharashtra: देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) के 2 और मामले सामने आए हैं। मुंबई में 2 लोग ओमिक्रॉन पॉजिटिव पाए  गए हैं इसके बाद राज्य में ओमिक्रॉन संक्रमित कुल मरीजों की संख्या अब 10 हो गई है। वहीं देश में ओमिक्रॉन के कुल मामलों की संख्या 23 हो गई है। महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार को बताया कि कोरोनावायरस के Omicron वैरिएंट के 2 और मामले सामने आए हैं। जानकारी के मुताबिक, जोहांसबर्ग से मुम्बई 25 नवम्बर को 37 वर्षीय व्यक्ति आया। उसके साथ उसकी महिला दोस्त अमरीका से आयी थी वो भी ओमिक्रॉन संक्रमित पायी गयी है। दोनों ने फाइजर की वैक्सीन ली है, दोनों को कोई भी लक्षण नहीं है। दोनों का इलाज 7 हिल्स अस्पताल में चल रहा है। इन दोनों के संपर्क में आए 5 हाईरिस्क कॉन्टेक्ट और 315 लो रिस्क कॉन्टेक्ट की पहचान कर ली गई है और इनकी जांच की जाएगी।  

वहीं महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने RT-PCR टेस्ट के दाम को लेकर बड़ा फैसला लिया है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने RT-PCR टेस्ट के रेट घटा दिए हैं। पहले टेस्ट के लिए 500 रुपए लिए जाते थे, अब 350 रुपए लिए जाएंगे। N-95 मास्क के रेट 14 रुपए से 49 रुपए तक तय किए गए हैं।

जानिए देश में ओमिक्रॉन के कहां कितने केस मिले?

महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के अबतक कुल 10 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से मुंबई में 3 और पुणे में सात केस मिले हैं। पुणे में 7 ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित लोगों में 6 सिर्फ एक ही परिवार के हैं। दिल्ली-गुजरात में एक-एक और कर्नाटक से 2 मालमे सामने आ चुके हैं। इसके अलावा राजस्थान में 9 केस मिले हैं। सभी केस जयपुर में मिल हैं। इनमें चार लोग दक्षिण अफ्रीका से लौटे हैं और पांच उनके संपर्क में आए उनके रिश्तेदार हैं।

85 प्रतिशत आबादी को लगी टीके की पहली खुराक

ओमिक्रॉन वैरिएंट के डर के बीच देश के लिए अच्छी खबर ये है कि 85 प्रतिशत आबादी को टीके की पहली खुराक लग गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि देश में कोरोना टीकाकरण को लेकर ये जानकारी दी है। कुछ ही महीनों में देश की 85 प्रतिशत आबादी को कोरोना टीके की पहली लगा चुकी है। वहीं, 50 प्रतिशत से ज्यादा आबादी टीके की दोनों खुराक लगा चुकी है। यहां ये बताना जरूरी है कि इसमें वयस्क आबादी के टीकाकरण की बात की जा रही है। इन आंकड़ों में 18 साल से कम उम्र के लोगों को सम्मिलित नहीं किया गया है।

कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन तेजी से भारत में पैर पसार रहा है। इस नए वैरिएंट का ट्रांसमिशन रेट बहुत ज्यादा बताया जा रहा है। यही वजह है कि भारत में ओमिक्रॉन वैरिएंट की रफ्तार भी तेजी से बढ़ रही है। इसी के मद्देनजर सरकार कोरोना टीकाकरण की रफ्तार बढ़ा रही है, सरकार की कोशिश कोरोना की तीसरी लहर को रोकना है। 

देश में आने वाले यात्रियों के लिए नई गाइडलाइन्स​​​​​

कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर बढ़ती चिंता के बीच इंटरनेशनल पैसेंजर्स के लिए नई गाइडलाइन्स जारी की गई हैं। केंद्र के अनुसार, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग और इजराइल को ‘जोखिम वाले देशों’ की सूची में शामिल किया गया है। गाइडलाइन्स में बताया गया है कि ‘जोखिम वाले देशों’ से आने वाले यात्रियों को RT-PCR टेस्ट कराना अनिवार्य है और उन्हें परिणाम आने के बाद ही हवाई अड्डे से जाने की अनुमति होगी। इसके अलावा अन्य देशों से आने वाले दो प्रतिशत यात्रियों की जांच की जाएगी और इस जांच के लिए किसी भी यात्री के नमूने लिए जा सकते हैं।

भारत में जनवरी-फरवरी के बीच आएगी कोरोना की तीसरी लहर- अध्ययन

देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के कारण तीसरी लहर आने की संभावना से अब इनकार नहीं किया जा सकता है। ओमिक्रॉन का प्रभाव दिसंबर के अंतिम सप्ताह तक वृहद रूप से दिखाई दे सकता है। आईआईटी के वरिष्ठ वैज्ञानिक पद्मश्री प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने नए अध्ययन में दावा किया है कि जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी की शुरुआत में ओमिक्रॉन का पीक होगा। हालांकि अध्ययन के मुताबिक, तीसरी लहर दूसरी लहर की तरह घातक नहीं होगी।