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Hindi News महाराष्ट्र Maharashtra: महाराष्ट्र के सियासी संकट के बीच राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी कोरोना पॉजिटिव, हॉस्पिटल में हुए एडमिट

Maharashtra: महाराष्ट्र के सियासी संकट के बीच राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी कोरोना पॉजिटिव, हॉस्पिटल में हुए एडमिट

Maharashtra: सियासी हंगामे के बीच राज्यपाल का कोरोना पॉजिटिव होना चर्चा का विषय बना हुआ है। महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की महाविकास अघाड़ी सरकार पर सियासी संकट के बादल मंडरा रहे हैं।

Bhagat Singh Koshyari- India TV Hindi Image Source : PTI Bhagat Singh Koshyari

Highlights

  • राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी कोरोना पॉजिटिव हुए
  • कोश्यारी को HN रिलायंस हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया
  • उद्धव ठाकरे सरकार पर मंडरा रहे संकट के बादल

Maharashtra: महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्हें HN रिलायंस हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में इस समय उद्धव ठाकरे सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे उनसे नाराज होकर असम में हैं और शिंदे का कहना है कि उनके पास 40 विधायकों का समर्थन है और 10 विधायक और उनसे जुड़ेंगे। ऐसे सियासी हंगामे के बीच राज्यपाल का कोरोना पॉजिटिव होना चर्चा का विषय बना हुआ है।

उद्धव सरकार पर मंडरा रहा सियासी संकट 

महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की महाविकास अघाड़ी सरकार पर सियासी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। उद्धव ठाकरे सरकार खतरे में है क्योंकि शिवसेना के कद्दावर नेता एकनाथ शिंदे बागी हो चुके हैं। शिंदे के बागी तेवर को देखते हुए शिवसेना ने उन्हें विधायक दल के नेता के पद से तो हटा दिया है, लेकिन एकनाथ शिंदे इन फैसलों से किसी तरह के प्रेशर में नजर नहीं आ रहे हैं। 

मेरे पास 40 विधायकों का समर्थन: शिंदे

एकनाथ शिंदे ने बुधवार को दावा किया है कि उनके पास 40 विधायकों का समर्थन है। इसके अलावा जल्द ही 10 और विधायक मेरे साथ आएंगे। लेकिन मैं किसी की आलोचना नहीं करना चाहता। बता दें शिंदे ने ये बयान गुवाहाटी हवाई अड्डे पर पहुंचने पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान दिया। बता दें कि शिवसेना के विधानसभा में इस समय 56 विधायक हैं।

पहले गुजरात के सूरत फिर गुवाहाटी पहुंचे शिंदे

गौरतलब है कि शिंदे सोमवार देर रात मुंबई से शिवसेना के कुछ विधायकों के साथ निकल गए थे। इसके बाद उन्होंने गुजरात के सूरत में डेरा डाला था। हालांकि बाद में उन्होंने गुवाहाटी जाने का फैसला किया और वह असम पहुंच गए। (रिपोर्ट:दिनेश)