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Hindi News महाराष्ट्र Maharashtra Political Crisis: 'मेरे पास 40 विधायकों का समर्थन, 10 और साथ आएंगे', जानें शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने क्या कहा

Maharashtra Political Crisis: 'मेरे पास 40 विधायकों का समर्थन, 10 और साथ आएंगे', जानें शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने क्या कहा

Maharashtra Political Crisis: शिंदे सोमवार देर रात मुंबई से शिवसेना के कुछ विधायकों के साथ निकल गए थे। इसके बाद उन्होंने गुजरात के सूरत में डेरा डाला था। हालांकि बाद में उन्होंने गुवाहाटी जाने का फैसला किया और वह असम पहुंच गए।

Eknath Shinde- India TV Hindi Image Source : FACEBOOK/MIEKNATHSHINDE Eknath Shinde

Highlights

  • गुवाहाटी हवाई अड्डे पर शिंदे ने पत्रकारों से की बातचीत
  • कहा- मेरे पास 40 विधायकों का समर्थन, 10 और आएंगे
  • मैं किसी की आलोचना नहीं करना चाहता: शिंदे

Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की महाविकास अघाड़ी सरकार पर सियासी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। उद्धव ठाकरे सरकार खतरे में है क्योंकि शिवसेना के कद्दावर नेता एकनाथ शिंदे बागी हो चुके हैं। शिंदे के बागी तेवर को देखते हुए शिवसेना ने उन्हें विधायक दल के नेता के पद से तो हटा दिया है, लेकिन एकनाथ शिंदे इन फैसलों से किसी तरह के प्रेशर में नजर नहीं आ रहे हैं। 

एकनाथ शिंदे ने बुधवार को दावा किया है कि उनके पास 40 विधायकों का समर्थन है। इसके अलावा जल्द ही 10 और विधायक मेरे साथ आएंगे। लेकिन मैं किसी की आलोचना नहीं करना चाहता। बता दें शिंदे ने ये बयान गुवाहाटी हवाई अड्डे पर पहुंचने पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान दिया। बता दें कि शिवसेना के विधानसभा में इस समय 56 विधायक हैं।

गौरतलब है कि शिंदे सोमवार देर रात मुंबई से शिवसेना के कुछ विधायकों के साथ निकल गए थे। इसके बाद उन्होंने गुजरात के सूरत में डेरा डाला था। हालांकि बाद में उन्होंने गुवाहाटी जाने का फैसला किया और वह असम पहुंच गए। 

ठाकरे और शिंदे के बीच फोन पर हुई बात

इससे पहले खबर सामने आई थी कि सीएम उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच फोन पर करीब 20 मिनट तक बात हुई है। इस दौरान शिंदे ने बीजेपी के साथ समझौता करने की बात कही है। सीएम ठाकरे ने उन्हें मुंबई वापस आने और बात करने पर मनाया, लेकिन शिंदे इस पर विचार करने के लिए अपने रुख पर अडिग हैं। 

सूत्रों के मुताबिक, फोन पर बातचीत के दौरान दोनों नेताओं के बीच कुछ खास बातचीत नहीं हुई। हालांकि, शिंदे ने स्पष्ट किया कि वह अभी भी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं, ना ही उन्होंने किसी दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए हैं, केवल पार्टी की भलाई के लिए मांग कर रहे हैं, ना कि अपने निजी हितों के लिए।