A
Hindi News महाराष्ट्र महाराष्ट्र की MVA में आखिर चल क्या रहा है? उद्धव-राउत के बाद अब शरद पवार ने ये क्या कह दिया...जानें

महाराष्ट्र की MVA में आखिर चल क्या रहा है? उद्धव-राउत के बाद अब शरद पवार ने ये क्या कह दिया...जानें

महाराष्ट्र के महाविकास अघाड़ी गठबंधन में सब ठीक नहीं चल रहा है। एक तरफ तो उद्धव ठाकरे और संजय राउत ने कहा है कि कभी भी चुनाव हो सकते हैं और हम तैयार हैं तो वहीं दूसरी तरफ शरद पवार ने साथ चुनाव लड़ने पर बड़ी बात कह दी है।

maharashtra mva leaders- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO महाराष्ट्र एमवीए में सब ठीक नहीं

महाराष्ट्र: महाराष्ट्र में राजनीति चरम पर है। एक तरफ तो शिंदे-फडणवीस सरकार पर महाविकास अघाड़ी के नेता लगातार हमलावर हैं। तो वहीं महाविकास अघाड़ी के भीतर ही अनबन चल रही है। एमवीए पार्टियां 2024 का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ेंगी या नहीं, इस पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बड़ा बयान दिया है। शरद पवार ने कहा है कि आज हम महा विकास अघाड़ी का हिस्सा हैं और साथ मिलकर काम करने की इच्छा रखते हैं। लेकिन केवल इच्छा ही हमेशा पर्याप्त नहीं होती है। सीटों का आवंटन, कोई समस्या है या नहीं- इन सब पर अभी चर्चा नहीं हुई है। तो मैं आपको इस बारे में कैसे बता सकता हूं? 

संजय राउत ने संभाली बात, जानिए क्या कहा

उनके इस बयान पर संजय राउत ने बात को संभालते हुए कहा है कि महाविकास अघाड़ी रहेगी, पवार साहब  और उद्धव ठाकरे उसके मजबूत स्तम्भ हैं.लोकसभा चुनाव हम साथ लड़ेंगे..MVA मजबूत था और मजबूत रहेगा। शरद पवार का इशारा भाजपा को लेकर  था..क्योंकि यह विपक्ष की हर पार्टी को तोड़ने की कोशिश कर रहे..इसकी कोशिश वो लगातार कर रहे हैं।

उद्धव ठाकरे का दावा-कभी भी हो सकते हैं चुनाव

रविवार को जलगाँव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए, उद्धव, जो अब शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख हैं, ने कहा, "महाराष्ट्र में चुनाव कभी भी हो सकते हैं और हम इसके लिए तैयार हैं। शिवसेना का असली हकदार कौन है, ये मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में है और हमें उम्मीद है कि अंतिम फैसला हमारे पक्ष में होगा। उसके बाद कभी भी कुछ भी हो सकता है।'

उनके इस बयान पर सीएम एकनाथ शिंदे ने  निशाना साधते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि असली शिवसेना किसकी है, यह तय करने के लिए पाकिस्तान के प्रमाणपत्र की जरूरत है। लोगों से मिल रहे समर्थन को देखकर पाकिस्तान भी बता देगा कि असली शिवसेना किसकी है, लेकिन निर्वाचन आयोग ऐसा नहीं कर सकता, क्योंकि वह ‘मोतियाबिंद से पीड़ित’ है।