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Hindi News महाराष्ट्र शिवसेना यूबीटी नेता अनिल देसाई को भेजा गया समन, एकनाथ शिंदे गुट का आरोप- पार्टी फंड से निकाले गए 50 करोड़

शिवसेना यूबीटी नेता अनिल देसाई को भेजा गया समन, एकनाथ शिंदे गुट का आरोप- पार्टी फंड से निकाले गए 50 करोड़

मुंबई पुलिस की ईओडब्ल्यू ने शिवसेना यूबीटी नेता अनिल देसाई को समन भेजा है। बता दें कि ईओडब्ल्यू कार्यालय में उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है। शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट द्वारा की गई शिकायत के बाद समन भेजा गया है।

Mumbai police eow sen summon to Shiv Sena UBT leader Anil Desai in 50 crore withdrawn from party fun- India TV Hindi Image Source : ANI एकनाथ शिंदे की शिवसेना पार्टी फंड से गायब हुए 50 करोड़

शिवसेना नेता अनित देसाई को मुंबई पुलिस की ईओडब्ल्यू ने समन भेजा है। देसाई को 5 मार्च के पूछताछ के लिए ईओडब्ल्यू कार्यालय बुलाया गया है। बता दें कि बीते दिनों शिवसेना (शिंदे गुट) की तरफ से इकोनॉमिक ओफेंस विंग में शिवसेना यूबीटी के खिलाफ शिकायत की गई थी। अपनी शिकायत ने शिवसेना (शिंदे गुट) ने कहा था कि चुनाव आयोग द्वारा उन्हें असली शिवसेना घोषित करने के बावजूद पार्टी फंड से तकरीबन 50 करोड़ रुपये शिवसेना उद्धव बालासाहब ठाकरे पार्टी द्वारा निकाले गए हैं। बता दें कि इस मामले में अब इकोनॉमिक ऑफेंस विंग ने जांच शुरू कर दी है।

अनिल देसाई को भेजा गया समन

इस बाबत यह जांच की जा रही है कि जिस बैंक अकाउंट से यह पैसे निकाले गए थे, उसे कौन ऑपरेट करता है। बता दें कि ईओडब्ल्यू ने इनकम टैक्स विभाग को पत्र लिखर यह जानकारी मांगी है कि शिवेसना (शिंदे गुट) पार्टी का टैक्स इलेक्शन कमीशन का निर्णय आने के बाद कौन भर रहा है। बता दें कि फरवरी 2023 में चुनाव आयोग ने शिंदे गुट की शिवसेना को असली शिवसेना घोषित किया था। साथ ही शिवसेना का चुनाव चिह्न धनुष और बाण भी एकनाथ शिंदे गुट को दे दिया गया था। सूत्रों ने बताया कि देसाई शिवेसना पार्टी में सिग्नेचर अथॉरिटी हैं।

मातोश्री के करीबी हैं अनिल देसाई

बता दें कि अनित देसाई मातोश्री के करीबी माने जाते हैं और इस बार मुंबई दक्षिण मध्य सीट से शिवसेना के उम्मीदवार हो सकते हैं। बता दें कि इससे पूर्व महाराष्ट्र में जब एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के दो फाड़ किए तब खूब राजनीति देखने को मिली थी। इस दौरान उद्धव ठाकरे द्वारा एकनाथ शिंदे पर खूब हमले किए गए। लेकिन जब यह मामला चुनाव आयोग के समक्ष पहुंचा तो चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे की शिवसेना को ही असली शिवसेना घोषित किया। साथ ही एकनाथ शिंदे गुट के विधायकों का निलंबन भी टल गया। इसके शिवसेना यूबीटी का गठन हुआ, जिसके बाद उन्हें नया चुनाव चिह्न दिया गया।