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Hindi News महाराष्ट्र मुंबई में 14 करोड़ रुपये से अधिक की चरस जब्त, दो महिलाओं समेत चार गिरफ्तार

मुंबई में 14 करोड़ रुपये से अधिक की चरस जब्त, दो महिलाओं समेत चार गिरफ्तार

कार को रोकने के बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को पकड़ लिया जिनकी पहचान बंडू दगडु उदांशिव, उसकी पत्नी क्लेरा के रूप में की। दोनों पति-पत्नी यहां पवई इलाके में रहते हैं। इसके अलावा पुलिस ने उनकी बेटी सिंथिया और जसर जहांगीर शेख नामक एक अन्य व्यक्ति को भी हिरासत में ले लिया।

Mumbai Police Seize Vehicle with Charas Worth Over Rs 14 Cr; 2 Women Among 4 Held- India TV Hindi Image Source : ANI मुंबई पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो शहर के कई इलाकों में ड्रग्स की सप्लाई करते हैं। 

मुंबई: मुंबई पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो शहर के कई इलाकों में ड्रग्स की सप्लाई करते हैं। इस गैंग में पुरुषों के साथ महिलाएं भी शामिल हैं। खास बात यह है कि यह लोग ड्रग्स जम्मू और कश्मीर से मंगवाकर मुंबई में बेचा करते थे। आज भी यह गैंग श्रीनगर से 24 किलो चरस मंगाकर मुंबई में सप्लाई करने वाले थे लेकिन इसकी भनक पुलिस को लग गई और सभी आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच गए। पुलिस ने इनसे 24 किलो चरस जब्त किया है जिसकी कीमत तकरीबन 15 करोड़ है। खास बात यह है कि इस ड्रग्स की खेप को श्रीनगर से मुंबई तक एक सेंट्रो कार में लाया गया था।

पुलिस अधिकारी के मुताबिक मुंबई पुलिस की अपराध शाखा की यूनिट 6 और 7 को मिली खुफिया सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिसकर्मियों ने सोमवार सुबह यहां पश्चिमी उपनगर के दहिसर राजमार्ग पर जाल बिछाकर एक कार को रोका। पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी, जो निजी पारिवारिक दौरे का बहाना बनाकर कश्मीर जाते थे, उच्च गुणवत्ता वाली चरस की आपूर्ति और बिक्री में शामिल थे। 

अधिकारी के मुताबिक कार को रोकने के बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को पकड़ लिया जिनकी पहचान बंडू दगडु उदांशिव, उसकी पत्नी क्लेरा के रूप में की। दोनों पति-पत्नी यहां पवई इलाके में रहते हैं। इसके अलावा पुलिस ने उनकी बेटी सिंथिया और जसर जहांगीर शेख नामक एक अन्य व्यक्ति को भी हिरासत में ले लिया। जांच के दौरान पता चला कि मुख्य आरोपी उदांशिव कश्मीर से नशीला पदार्थ लाता था। वह और अन्य आरोपी फिर मुंबई में अपने ग्राहकों को मादक पदार्थ वितरित करते और बेचते थे। 

पुलिस उपायुक्त (जांच-1) दत्ता नलवडे ने कहा कि पुलिस जांच और आगे की पूछताछ से बचने के लिए आरोपी महिलाओं और बच्चों को अपने साथ ले जाते थे और पारिवारिक दौरे पर जाने का नाटक करते थे। कश्मीर जाते समय वे अपने मोबाइल फोन बंद कर लेते थे। वे नशीले पदार्थों को कार के दरवाजों के गड्ढों और वाहन के बूट के पिछले पैनल में छिपाकर वापस लौटते थे। पुलिस इस मामले की विस्तृत जांच कर रही है। बता दें कि 2010 में मुख्य आरोपी उदांशिव को मुंबई की मादक पदार्थ निरोधक शाखा ने उसके पास से 39 किलो चरस पकड़ी थी।