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Hindi News महाराष्ट्र नागपुर: चॉकलेट खाने से एक ही स्कूल के 17 बच्चे को हुई फूड प्वाइजनिंग, अस्पताल में चल रहा इलाज

नागपुर: चॉकलेट खाने से एक ही स्कूल के 17 बच्चे को हुई फूड प्वाइजनिंग, अस्पताल में चल रहा इलाज

नागपुर में एक स्कूल के 17 बच्चों को चॉकलेट खाने से फूड प्वाइजनिंग हो गई, जिनका इलाज नागपुर का लता मंगेशकर हॉस्पिटल में चल रहा है।

प्रतीकात्मक फोटो- India TV Hindi Image Source : PTI प्रतीकात्मक फोटो

नागपुर: महाराष्ट्र के नागपुर शहर में एक स्कूल के 17 बच्चे फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए। नागपुर के मदन गोपाल स्कूल के इन बच्चों को फूड प्वाइजनिंग चॉकलेट खाने की वजह से हुई। बच्चों का इलाज नागपुर के लता मंगेशकर हॉस्पिटल में चल रहा है और बच्चों की हालत स्थिर बताई जा रही है। डॉक्टर और स्कूल प्रशासन ने बताया कि कुछ अनजान व्यक्तियों ने बच्चों को स्कूल गेट के पास मेट्रो स्टेशन के समीप उन्हें चॉकलेट खिलाया, जिसके कारण बच्चों को फूड प्वाइजनिंग हो गई। 

उन्होंने बताया कि चॉकलेट खिलाने वाले लोगों ने मास्क पहन रखा था। चॉकलेट खाने के बाद बच्चे अचानक चक्कर खाकर गिरने लगे, जिसके बाद उन्हें अस्पताल भर्ती कराया गया। पुलिस मामले में आगे की जांच कर रही है। 

तेलंगना में चॉकलेट खाने से हुई थी बच्चे की मौत 

हाल में तेलंगाना से एक ऐसा ही फूड प्वाइजनिंग का मामला सामने आया था, लेकिन इस मामले में बच्चे की मौत हो गई थी। इसमें 8 साल के बच्चे की मौत चॉकलेट खाने से हो गई थी। जानकारी के मुताबिक पिता विदेश से चॉकलेट लेकर आए थे, लेकिन क्या पता था कि पिता द्वारा लाया गया चॉकलेट बच्चे के लिए मौत का कारण बन जाएगा। ये मामला तेलंगाना के वारंगल शहर का है।   

फॉरेन से लाए थे चॉकलेट 

पिता के द्वारा लाया गया चॉकलेट बच्चा खा रहा था तभी चॉकलेट बच्चे के गले में फंस गई। घरवालों ने आनन-फानन में बच्चे को अस्पताल में भर्ती करवाया। बच्चे को एमजीएम(MGM) हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन उपचार के दौरान बच्चे की सांसे थम गईं।

दम घुटने से हुई मौत

ऑस्ट्रेलिया की यात्रा से लौटने पर कंगन सिंह अपने बच्चों के लिए चॉकलेट लेकर आए थे। संदीप शनिवार को कुछ चॉकलेट अपने स्कूल ले गया। बच्चे ने लंच के टाइम स्कूल बैगल में रखे चॉकलेट को निकाल कर खाया। चॉकलेट मुंह में डालने के बाद वह गले में फंस गई। जिसके चलते वह क्लास में गिर गया और सांस लेने में दिक्कत होने लगी। इससे स्कूल प्रशासन के बीच अफरा-तफरी का माहौल बन गया। जिसके बाद उसे सरकारी एमजीएम अस्पताल ले गए लेकिन बच्चे की जान को नहीं बचाया जा सका। डॉक्टरों के मुताबिक, संदीप की दम घुटने से मौत हो गई।