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महाराष्ट्र MLC चुनाव: आयोग ने जारी किया शेड्यूल, 11 मई नामांकन भरने की आखिरी तारीख

भारतीया चुनाव आयोग (ECI) के मुताबिक, महाराष्ट्र में विधान परिषद के चुनाव 21 मई को मुंबई में आयोजित किए जाएंगे।

maharashtra cm uddhav thackeray- India TV Hindi uddhav thackeray, Maharashtra CM । File Photo

नयी दिल्ली। चुनाव आयोग ने शुक्रवार को महाराष्ट्र में विधान परिषद (MLC) की रिक्त सीटों पर विशिष्ट दिशा-निर्देशों के साथ चुनाव कराने को मंजूरी दे दी है। भारतीया चुनाव आयोग (ECI) ने शुक्रवार को ट्वीटर पर यह जानकारी दी है। महाराष्ट्र में विधान परिषद की नौ रिक्त सीटों पर आगामी 21 मई को मुंबई में मतदान होगा। महाराष्ट्र में विधान परिषद सदस्य यानी एमएलसी के चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने शेड्यूल जारी कर दिया है। आगामी 4 मई को एमएलसी चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होगी और 11 मई नामांकर भरने की आखिरी तारीख होगी। वहीं, 14 मई नामांकन वापसी की आखिरी तारीख होगी। मतदान की प्रक्रिया 21 मई को पूरी होगी और इसी दिन वोटों की गिनती भी होगी। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के अनुरोध पर आयोग ने कोरोना संकट के मद्देनजर चुनाव कराने पर लगाई गई पाबंदी में विशेष परिस्थितियों का हवाला देते हुए ढील देने का फैसला किया है। चुनाव आयोग ने कहा है कि महाराष्ट्र विधान परिषद की रिक्त सीटों पर चुनाव के दौरान कोरोना वायरस को देखते हुए विशिष्ट दिशानिर्देशों का पालन किया जाए। उल्लेखनीय है कि ये सीटें 24 अप्रैल को रिक्त हुई हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की कुर्सी पर मंडरा रहे संकट के बादल अब छंटते दिख रहे हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के राज्य विधानमंडल का सदस्य बनने की संवैधानिक अनिवार्यता को देखते हुए आयोग ने यह फैसला किया है। आयोग के इस फ़ैसले से ठाकरे के लिए वाया विधान परिषद, विधायक बनने का रास्ता साफ़ हो जाएगा। 

दरअसल, उद्धव ठाकरे इस समय विधानसभा या विधान परिषद के सदस्य नहीं हैं। वह बिना चुनाव लड़े ही राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर 2019 को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। लेकिन संविधान के अनुच्छेद 164 (4) के मुताबिक, यदि सदन से बाहर का कोई व्यक्ति मंत्री या मुख्यमंत्री बनता है तो शपथ ग्रहण से छह महीने के भीतर विधानसभा या विधान परिषद (जिन राज्यों में है) का सदस्य बनना अनिवार्य है। उद्धव ठाकरे के लिए छह महीने की अनिवार्य समयसीमा इस महीने के अंत में समाप्त हो रही है। कोरोना संकट के कारण विधान सभा की किसी सीट पर उपचुनाव संभव नहीं होने के कारण ठाकरे ने राज्यपाल कोटे की विधान परिषद सीट पर उन्हें मनोनीत करने का कोश्यारी से अनुरोध किया था । राज्य विधान परिषद में राज्यपाल कोटे की दो सीट सुरक्षित हैं। हालाँकि राज्यपाल ने ठाकरे को मनोनीत करने के बजाय आयोग से विधान परिषद की रिक्त सीटों पर चुनाव कराने का अनुरोध किया है।