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Hindi News महाराष्ट्र कंगना रनौत को संजय निरुपम का साथ? कहा-शिवसेना का डिमॉलिशन न शुरू हो जाए

कंगना रनौत को संजय निरुपम का साथ? कहा-शिवसेना का डिमॉलिशन न शुरू हो जाए

बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को कांग्रेस नेता संजय निरुपम का भी साथ मिला है। कंगना रनौत के समर्थन में कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने ट्वीट कर शिवसेना पर निशाना साधा है।

Congress leader Sanjay Nirupam- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO Congress leader Sanjay Nirupam

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को कांग्रेस नेता संजय निरुपम का भी साथ मिला है। कंगना रनौत के समर्थन में कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने ट्वीट कर शिवसेना पर निशाना साधा है। संजय निरुपम ने अपने ट्वीट में लिखा है कि 'कंगना का ऑफिस अवैध था या उसे डिमॉलिश करने का तरीका? क्योंकि हाई कोर्ट ने कार्रवाई को गलत माना और तत्काल रोक लगा दी। पूरा एक्शन प्रतिशोध से ओत-प्रोत था। लेकिन बदले की राजनीति की उम्र बहुत छोटी होती है। कहीं एक ऑफिस के चक्कर में शिवसेना का डिमॉलिशन न शुरु हो जाए!'

बता दें कि, बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत मुंबई के खार स्थित अपने आवास पर पहुंच चुकी हैं। उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच एयरपोर्ट से बाहर निकाला गया था। गौरतलब है कि कंगना के विरोध में शिवसेना कार्यकर्ता एयरपोर्ट के बाहर नारेबाजी और विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे। कंगना रनौत के प्रोडक्शन हाउस 'मणिकर्णिका' फिल्म्स पर बुधवार (9 सितंबर) को बीएमसी ने बुलडोजर चला दिया है। कंगना रनौत ने हाल ही में अपने प्रोडक्शन हाउस की शुरुआत की है। 

बॉम्बे हाईकोर्ट ने कंगना के 'अवैध दफ्तर' को तोड़ने पर लगाई रोक

बॉम्बे हाईकोर्ट ने बुधवार (9 सितंबर) को बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के 'अवैध दफ्तर' को तोड़ेे पर रोक लगा दी, इसके कुछ ही घंटे पहले बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (बीएमसी) ने परिसर में बुलडोजर चलाना शुरू किया था। कंगना के वकील ने हाईकोर्ट के समक्ष सुबह बीएमसी के नोटिस को चुनौती दी थी, जिसमें कहा गया था कि बांद्रा पश्चिम स्थित ऑफिस के निर्माण में कोई गैर-कानूनी कदम नहीं उठाया गया है।

हाईकोर्ट ने बीएमसी को कंगना की याचिका के संदर्भ में गुरुवार दोपहर 3 बजे तक जवाब दायर करने का निर्देश दिया। यहां तक कि जब हाईकोर्ट इस मामले की सुनवाई कर रहा था, तब पुलिस के साथ मौजूद बीएमसी एच-वेस्ट वार्ड की टीम ने अदालत के आदेशों की प्रतीक्षा में ऑफिस ढहाने की प्रक्रिया को रोक दिया।

हालांकि, अंदर और बाहर से ऑफिस परिसर का एक महत्वपूर्ण हिस्से को बुलडोजर, जेसीबी और अन्य भारी उपकरणों के इस्तेमाल से ढहा दिया गया। इससे पहले, बीएमसी ने ऑफिस के बाहर एक नोटिस चिपकाया, जिसमें कंगना के वकील रिजवान सिद्दीकी द्वारा मंगलवार के नोटिस के मद्देनजर दायर जवाब को खारिज कर दिया गया था, जिसमें बीएमसी ने उनके कार्यालय में चल रहे निर्माण में कई उल्लंघनों का जिक्र किया था। इसके कुछ ही घंटो बाद ऑफिस तोड़ना शुरू कर दिया गया।

हालांकि सोशल मीडिया पर कंगना और महाराष्ट्र के कुछ राजनेताओं के बीच साझा की गई छिड़ी जुबानी जंग के बाद ये कदम उठाया गया। बीएमसी के एग्जिक्यूटिव इंजीनियर ने कहा कि वह इस बात से संतुष्ट थे कि (अवैध) निर्माण किया जा रहा था और अभिनेत्री बीएमसी कानून के अनुसार इसके लिए अनुमति/अनुमोदन/स्वीकृति प्रदान करने में विफल रही थीं।

नोटिस के अनुसार, ऑफिस निर्माण में किए गए उल्लंघनों में दो बंगलों का विलय, ग्राउंड-फ्लोर के टॉयलेट को एक ऑफिस केबिन बना लेना, स्टोररूम को किचन बनवा लेना, ग्राउंड फ्लोर पर एक अनधिकृत पेंट्री बनाना, स्टोररूम और पार्किं ग एरिया के पास टॉयलेट बनाना, पहली मंजिल के लिविंग रूम में अवैध तरीके से पार्टिशन करना, पूजा कमरे में एक अवैध मीटिंग रूप बनाना, एक बालकनी को हैबिटेबल एरिया बनाना और फ्लोर एक्सटेंशन हैं।