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Hindi News मिजोरम छापे में जब्त की गई 8.4 करोड़ रुपये की हेरोइन, साबुन के डिब्बों का किया था इस्तेमाल

छापे में जब्त की गई 8.4 करोड़ रुपये की हेरोइन, साबुन के डिब्बों का किया था इस्तेमाल

मिजोरम में एक ज्वाइंट ऑपरेशन में असम राइफल्स और पुलिस ने म्यांमार के एक नागरिक को गिरफ्तार किया है और उसके पास से साबुन के 110 डिब्बों में छिपाई गई हेरोइन को बरामद किया है।

Mizoram, Mizoram News, Mizoram Heroin Smuggling- India TV Hindi Image Source : TWITTER/OFFICIAL_DGAR (REPRESENTATIONAL) पूर्वोत्तर के राज्यों में असम राइफल्स अक्सर तस्करों पर कहर बनकर टूटती है।

आइजोल: मिजोरम की राजधानी आइजोल में म्यांमार के रहने वाले 49 साल के एक शख्स को स्मगलिंग के आरोपों में गिरफ्तार किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शख्स के कब्जे से 8.4 करोड़ रुपये की हेरोइन जब्त की गई है। असम राइफल्स ने अपने बयान में कहा गया कि एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए असम राइफल्स और मिजोरम पुलिस की एक संयुक्त टीम ने गुरुवार को आइजोल के तुइकुआल उत्तरी इलाके में छापेमारी की और म्यांमार के तमू शहर के निवासी वनबियाख्निंग से 1.2 किलोग्राम हेरोइन जब्त की। 

साबुन के डिब्बों में छुपाई गई थी हेरोइन

बयान में कहा गया है कि 8.4 करोड़ रुपये मूल्य का प्रतिबंधित मादक पदार्थ 110 साबुन के डिब्बों में छुपाया गया था। बता दें कि मिजोरम में लगातार मादक पदार्थों की धरपकड़ होती रही है। कुछ दिन पहले ही मिजोरम के चंपई जिले में 30.10 लाख रुपये की हेरोइन जब्त कर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया थ। असम राइफल्स ने तब कहा था कि उसने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए राज्य पुलिस के सहयोग से रविवार को भारत-म्यांमार सीमा के निकट जोटे गांव में एक ऑपरेशन चलाया और 43 ग्राम हेरोइन जब्त की।

इलाके में लगातर पकड़े जा रहे तस्कर

असम राइफल्स ने अपने बयान में बताया कि एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और ऐसा माना जा रहा है कि आरोपी इसे म्यांमार से तस्करी कर लाया था। बता दें इससे पहले भी आइजोल में 325.3 ग्राम हेरोइन जब्त की गई थी, जिसकी कीमत 2.27 करोड़ रुपये है। इसके साथ ही 3 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। असम राइफल्स ने बताया था कि 13 अप्रैल को एक अन्य अभियान में लॉन्ग्तलाई जिले के वासेकी थाना क्षेत्र के पारवा गांव में 20 गोली वाली एक मैगजीन जब्त की गई। अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास होने की वजह से तसक इस इलाके को अपनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए मुफीद समझते हैं।