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Hindi News मिजोरम 'हम वापस जाना चाहते हैं, लेकिन नहीं जा सकते...' हाल में हुए हवाई हमले के बाद बोले म्यांमार के शरणार्थी

'हम वापस जाना चाहते हैं, लेकिन नहीं जा सकते...' हाल में हुए हवाई हमले के बाद बोले म्यांमार के शरणार्थी

म्यांमार सेना द्वारा हाल ही में किए गए हवाई हमले के बाद अपने देश से भागे म्यांमार के नागरिक अब चम्फाई जिले के ज़ोखावथर इलाके में शरण ले रहे हैं। इस हमले के बाद शरणार्थियों में बेहद खौफ है। शरणार्थियों का कहना है कि म्यांमार की सेना ने गांव के लगभग सभी घरों को जला दिया और उन्होंने अपना सब कुछ खो दिया।

हाल ही में किए गए म्यांमार सेना के हवाई हमले के बाद वहां के नागरिक अब चम्फाई जिले के ज़ोखावथर इलाके - India TV Hindi Image Source : ANI(SCREEN GRAB) हाल ही में किए गए म्यांमार सेना के हवाई हमले के बाद वहां के नागरिक अब चम्फाई जिले के ज़ोखावथर इलाके में शरण ले रहे हैं।

म्यांमार के सीमावर्ती इलाकों में म्यांमार सेना द्वारा हाल ही में किए गए हवाई हमले के बाद अपने देश से भागे म्यांमार के नागरिक अब चम्फाई जिले के ज़ोखावथर इलाके में शरण ले रहे हैं। सेकन गांव के काफी लोग बॉर्डर पार कर जोखावथर क्षेत्र में शरण लेने के लिए दाखिल हुए, जो चम्फाई जिले का निकटतम गांव है और म्यांमार के साथ बिना बिना फेंसिंग वाली सीमा साझा करता है। सेकन गांव के ग्रामीणों के अनुसार, म्यांमार की सेना ने गांव के लगभग सभी घरों को जला दिया और उन्होंने अपना सब कुछ खो दिया। म्यांमार सेना द्वारा सीमावर्ती इलाकों में किए गए हालिया हवाई हमले के बाद शरणार्थी अब अपने देश वापस जाने से डर रहे हैं। 

'हमने सब कुछ खो दिया है'

म्यांमार के चिन राज्य के निवासी लालरेमरूती कहते हैं, "जहां मैं रह रहा था वहां बहुत सारी समस्याएं थीं। सेना हमारे गांव में आई और प्रत्येक घर में गई, दरवाजे खटखटाए और उन्हें बाहर आने के लिए कहा। कुछ लोग बहुत डर गए थे और अंदर छिप गए। सेना ने दरवाजे तोड़ दिए। पिछले साल सेना ने घर जला दिए थे। दूसरी बार, उन्होंने हमारे गांव में भी कई घर जला दिए। हमारा गांव लगभग खत्म हो गया है। हमने सब कुछ खो दिया है।"

'हम अपने घर वापस नहीं जा सकते'

म्यांमार के चिन राज्य के एक और निवासी वानहिंगसर ने बताया, "मेरा घर भी जला दिया गया, हम अपने घर वापस नहीं जा सकते। बहुत सारे लोग मर गए। हमारे लिए वहां कोई काम नहीं था और हमारे पास पैसे नहीं थे। इसलिए हम भारत आए, हम वापस जाना चाहते हैं, लेकिन नहीं जा सकते क्योंकि मेरा गांव अब नहीं रहा।" 

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