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Hindi News राजस्थान अस्पताल प्रशासन की गलती? ऑक्सीजन रुकने से 3 मरीजों की मौत

अस्पताल प्रशासन की गलती? ऑक्सीजन रुकने से 3 मरीजों की मौत

मामला राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित प्रदेश के सबसे बड़े कोविड केयर Ruhs अस्पताल का है, जहां 2 मिनट ऑक्सीजन रुक जाने से 3 मरीजों की मौत हो गई। हादसे के वक्त वार्ड में 30 लोग भर्ती थे।

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जयपुर. राजस्थान से एकबार फिर से ऑक्सीज न मिलने की वजह से मरीजों की मौत हो गई है। मामला राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित प्रदेश के सबसे बड़े कोविड केयर Ruhs अस्पताल का है, जहां 2 मिनट ऑक्सीजन रुक जाने से 3 मरीजों की मौत हो गई। हादसे के वक्त वार्ड में 30 लोग भर्ती थे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अगर 1 मिनट की देरी और होती तो वार्ड में एडमिट सभी 30 मरीजों की जान चली जाती। अस्पताल के लोगों का कहना है कि ये हादसा स्टॉफ की गलती से हुआ।

गहलोत ने फिर से ऑक्सीजन कोटे के पुन:निर्धारण की की मांग की
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को एक बार फिर राज्य के लिए चिकित्सकीय ऑक्सीजन कोटे को पुननिर्धारित करने की मांग की। गहलोत ने केंद्रीय गृहमंत्रालय, प्रधानमंत्री कार्यालय व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को टैग करते हुए ट्वीट किया, "राजस्थान 2.11 लाख संक्रमित मरीजों के साथ उपचाराधीन रोगियों की संख्या में अब चौथे स्थान पर है जो कि देश के कुल उपचाराधीन रोगियों का 5.72 प्रतिशत है। वर्तमान में ऑक्सीजन का आवंटन एएसयू के 125 टन को शामिल करते हुए 435 टन है।"

गहलोत के अनुसार, "स्थिति बेहद गंभीर है क्योंकि पहले से बर्नपुर और कलिंगनगर से आवंटित ऑक्सीजन के 100 टन के उठाव में भी बाधाएं हैं और यथासंभव प्रयासों के बावजूद इस कोटे का हम पर्याप्त उपयोग नहीं कर पाए हैं।" उन्होंने लिखा है, "मेरा विनम्र आग्रह है कि जामनगर और हजीरा से ऑक्सीजन कोटे के आवंटन को शीघ्र रिवाइज़ किया जाए क्योंकि कई राज्यों में सक्रिय केसों में कमी आई है साथ ही आयातित ऑक्सीजन का भी शीघ्रातिशीघ्र अधिक आवंटन किया जाए।"

उल्लेखनीय है कि राजस्थान में 24 घंटों के दौरान 14289 नए मरीजों में इस संक्रमण की पुष्टि हुई है। राज्य में अभी 2,12,753 कोरोना संक्रमित मरीज उपचाराधीन हैं।