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Hindi News राजस्थान कांग्रेस विधायक पर लगा बिजली विभाग के अधिकारियों को पीटने का आरोप, हालत गंभीर

कांग्रेस विधायक पर लगा बिजली विभाग के अधिकारियों को पीटने का आरोप, हालत गंभीर

राजस्थान की बाड़ी विधानसभा से कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ बिजली वितरण कंपनी के अधिकारियों से मारपीट करने और SC-ST एक्ट में मंगलवार को मामला दर्ज किया गया है। दोनों अधिकारियों अस्पताल में भर्ती है, फिलहाल उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।

<p>Girraj Singh Malinga,MLA,Congress</p>- India TV Hindi Image Source : FACEBOOK Girraj Singh Malinga,MLA,Congress

Highlights

  • कांग्रेस विधायक पर मारपीट और SC-ST एक्ट में मामला दर्ज
  • बिजली अधिकारियों का आगरा में चल रहा है इलाज

धौलपुर: कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा बिजली अधिकारियों के साथ मारपीट के मामले में फंस गए हैं। हालांकि विधायक ने आरोपों का खंडन किया है। पुलिस के मुताबिक बिजली अधिकारी नितिन गुलाटी और हर्षादिपति का इलाज आगरा के एक अस्पताल में चल रहा है। फिलहाल पुलिस ने पीड़ितों के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और तफतीश में जुट गई है।

विधायक ने लाठी और डंडों से मारा- बिजली अधिकारी

बिजली कंपनी में अधिकरी (AEN) हर्षादिपति ने इस बारे में मामला दर्ज करवाया है। आरोप है कि विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा, एक स्थानीय पार्षद रिश्तेदार समीर खान और 5-6 अन्य लोग मंगलवार को डिस्कॉम के कार्यालय में आकर उनके साथ मारपीट शुरु कर दी। हर्षादिपति ने आरोप लगाया है कि उनके सहयोगी (JEN) नितिन गुलाटी के साथ मारपीट की। अपने बयान में बिजली अधिकारी ये भी आरोप लगाया कि विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने उन्हें लाठी-डंड़ों से मारा और जातिसूचक गालियां भी दीं। बयान के आधार पर पुलिस ने विधायक और अन्य के खिलाफ मारपीट, राजकार्य में बाधा और SC-ST एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। घटना के बाद कर्मचारियों ने घायल अधिकारियों को धौलपुर अस्पताल पहुंचाया जहां से उन्हें आगरा ले जाया गया।

गिर्राज सिंह मलिंगा ने आरोपों को निराधार बताया

मामला मौजूदा विधायक के खिलाफ होने के मद्देनजर पुलिस ने मामला दर्ज कर इसकी रिपोर्ट अतिरिक्त महानिदेशक सीआईडी,सीबीआई को भेजी है। विधायक मलिंगा ने मामले में अपनी भूमिका से इनकार करते हुए मामले की जांच के बाद में सच्चाई सामने आने की बात कही है। विधायक ने आरोप लगाया कि बिजली निगम के अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं तथा इस बात की शिकायत वह पहले बिजली मंत्री एवं अधीक्षण अभियंता को कर चुके हैं। इसी से परेशान होकर बिजली निगम के अधिकारियों ने उनका नाम लिया है।