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राजस्थान में भारी बारिश: बहने के डर से गाड़ियों को रस्सी से बांधकर रख रहे हैं लोग

जयपुर जिले में पिछले दिनों से हो रही लगातार बारिश से नदी ,नाले उफान पर हैं।  बगरू, दूदू, झाग, फागी के कई गांवों के तालाब भी लबालब हो गए हैं और रिहायशी इलाकों में पानी आ गया है।

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जयपुर: जयपुर जिले में पिछले दिनों से हो रही लगातार बारिश से नदी ,नाले उफान पर हैं।  बगरू, दूदू, झाग, फागी के कई गांवों के तालाब भी लबालब हो गए हैं और रिहायशी इलाकों में पानी आ गया है। पानी की रफ्तार से लोगों को अपनी गाड़ियां भी बहने का खतरा है। इसी डर से लोग अपनी गाड़ियों को रस्सी से बांधकर रख रहे हैं। 

राज्य में अब तक 33 जिलों में से 14 जिलों में औसत और 10 जिलों में औसत से अधिक बारिश दर्ज की गई है। पिछले सोमवार को राज्य 26 प्रतिशत कमी के साथ कम वर्षा की श्रेणी में था लेकिन पिछले कुछ दिनों में मूसलाधार बारिश के कारण वर्षा के औसत में सुधार हुआ है। जल संसाधन विभाग के अनुसार, राजस्थान में एक जून से दो अगस्त तक सामान्य बारिश 263.08 मिलीमीटर के मुकाबले राज्य में इस अवधि के दौरान 262.57 मिलीमीटर वास्तविक बारिश दर्ज की गई है। इसके साथ अब 14 जिले अजमेर, बांसवाडा, बीकानेर, बूंदी, चित्तौड़गढ़, दौसा, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनूं, नागौर, पाली, राजसमंद, सीकर और टोंक में सामान्य श्रेणी की बारिश (19 प्रतिशत से माइनस 19 प्रतिशत तक) दर्ज की गई। सवाईमाधोपुर सामान्य से 61.2 प्रतिशत अधिक वर्षा के साथ असामान्य वर्षा श्रेणी (60 प्रतिशत या अधिक) के तहत है जबकि राज्य में कोई जिला कम वर्षा वाले श्रेणी (60 प्रतिशत से कम) नहीं है। 10 जिले अधिक बारिश (20 प्रतिशत से 59 प्रतिशत) में अलवर, बारां, भरतपुर, चूरू, धौलपुर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, करौली, कोटा और प्रतापगढ़ इस श्रेणी में शामिल हैं। 

हालांकि 8 जिले बाड़मेर, भीलवाड़ा, डूंगरपुर, गंगानगर, जालौर, जोधपुर, सिरोही और उदयपुर में सामान्य से कम बारिश (माइनस 20 प्रतिशत से माइनस 59 प्रतिशत) की श्रेणी में हैं। राज्य के सात संभागों में से भरतपुर अधिक बारिश जबकि बीकानेर, अजमेर, जयपुर, कोटा और उदयपुर संभाग में सामान्य बारिश और जोधपुर संभाग अभी भी कम बारिश की श्रेणी में है। इसी दौरान कई बांधों में पानी का जलस्तर में वृद्धि हुई है। राज्य के 727 बांधों में से 39 बांध पूरी तरह भर गये हैं जबकि 330 बांध आंशिक रूप से भरे हैं और 336 बांध अभी भी खाली हैं। एक सप्ताह पूर्व 13 बांध पूरी तरह भरे हुए थे, जबकि 228 बांध आंशिक और 464 बांध खाली थे। 22 बांधों के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। 

वहीं पिछले 24 घंटों में पूर्वी राजस्थान के अधिकतर स्थानों और पश्चिमी राजस्थान के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश जबकि कुछ स्थानों पर भारी से अतिभारी बारिश दर्ज की गई। कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है और कई जगहों पर जलभराव के कारण सड़क संपर्क बाधित हुआ है। बारां जिला बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहा है जहां लगातार बारिश के कारण पार्वती नदी उफान पर है। बारां जिला प्रशासन ने मूसलाधार बारिश को देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं धौलपुर जिले में भी नदी पर बने बांध के पानी की निकासी के लिये बांध के दरवाजे खोले गये हैं। 

राजधानी जयपुर में भी सोमवार को लगातार हो रही बारिश के कारण कई स्थानों पर सड़कों पर पानी भर गया। पिछले 24 घंटों में बारां और सवाईमाधोपुर में कई स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश वहीं बारां, अलवर, सवाईमाधोपुर, भरतपुर, झालावाड़, दौसा, बूंदी, अजमेर और कोटा में भारी बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार, रविवार से सोमवार सुबह तक सबसे अधिक बारिश बारां के शाहबाद में 246 मिलीमीटर, सवाईमाधोपुर में 215 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। विभाग के अनुसार, सोमवार सुबह से शाम तक अलवर में 36 मिलीमीटर, जयपुर में 28.6 मिलीमीटर, वनस्थली में 28.4 मिलीमीटर, सवाईमाधोपुर में 16 मिलीमीटर बारिश और अन्य कई स्थानों पर 16 मिलीमीटर से कम बारिश दर्ज की गई। 

जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने एक बयान में बताया कि एक तंत्र की सक्रियता के चलते आगामी 36 से 48 घंटों के दौरान जयपुर, भरतपुर, कोटा संभाग के जिलों के कुछ स्थानों पर भारी व अति भारी बारिश होने तथा कहीं कहीं अत्यंत भारी बारिश होने की प्रबल संभावना है। उन्होंने बताया कि आगामी 36-48 घंटों में जयपुर, भरतपुर, कोटा संभाग के जिलों के कुछ स्थानों पर भारी व अति भारी बारिश होने तथा कहीं कहीं अत्यंत भारी बारिश होने की प्रबल संभावना है।