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Hindi News राजस्थान India TV Chunav Manch: बीजेपी नेता लक्ष्मीकांत भारद्वाज और कांग्रेस नेता रुक्ष्मणी कुमारी के बीच जोरदार बहस

India TV Chunav Manch: बीजेपी नेता लक्ष्मीकांत भारद्वाज और कांग्रेस नेता रुक्ष्मणी कुमारी के बीच जोरदार बहस

राजस्थान चुनावों को लेकर इंडिया टीवी के स्पेशल शो ‘चुनाव मंच’ में बीजेपी नेता लक्ष्मीकांत भारद्वाज और कांग्रेस की नेता रुक्ष्मणी कुमारी के बीच जोरदार बहस देखने को मिली।

 बीजेपी नेता...- India TV Hindi Image Source : INDIA TV बीजेपी नेता लक्ष्मीकांत भारद्वाज और कांग्रेस नेता रुक्ष्मणी कुमारी

India TV Chunav Manch: राजस्थान चुनावों को लेकर इंडिया टीवी के स्पेशल शो ‘चुनाव मंच’ में भारतीय जनता पार्टी के नेता लक्ष्मीकांत भारद्वाज और कांग्रेस नेता रुक्ष्मणी कुमारी के बीच जोरदार बहस जारी है। दोनों नेताओं के बीच भ्रष्टाचार और महिला सुरक्षा के मुद्दे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप हुए। एक तरफ जहां कांग्रेस नेता ने कहा कि उनकी सरकार ने जनता से किए हर वादे को पूरा किया है तो दूसरी तरफ बीजेपी नेता ने पिछले 5 सालों में सरकार की नाकामियां गिनाईं। बता दें कि 25 नवंबर को सूबे में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और दोनों ही पार्टियां जनता के बीच अपनी पैठ बनाने के लिए पूरा जोर लगा रही हैं।

'कांग्रेस ने बेहतरीन काम किया है'
रुक्ष्मणी कुमारी ने कांग्रेस की '7 गारंटी' योजना पर बोलते हुए कहा, 'आंकड़ों पर जाएं तो मुझे लगता है कि कांग्रेस ने बेहतरीन काम किया है। बीजेपी ने महिलाओं को घर बैठे 10 हजार रुपये कब दिए हैं। बीजेपी गौ धन को लेकर इतनी बातें करती है, बताए कि इसने गायों के लिए क्या किया है। हमारी दूसरी गारंटी गौ धन को लेकर है। तीसरी गारंटी फ्री शिक्षा को लेकर है। चौथी गारंटी के तहत हम फ्री लैपटॉप और टैबलेट की बात कर रहे हैं। बीमा करने की बात कर रहे हैं। महंगाई की बात कर रहे हैं। जिस तरह की गारंटी हम लेकर आए हैं, हमने गरीबों की बात की है। बीजेपी ने इन सब मुद्दों पर क्या किया है ये बताए।'

'किसानों के कर्जे माफ नहीं हुए'
लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने रुक्ष्मणी के जवाब में कहा, '5 साल इनकी सरकार चली है राजस्थान में। जब चुनाव जीतने के बाद इन्होंने सरकार बनाई थी तो राहुल गांधी और अशोक गहलोत ने जनता से कुछ वादे किए थे। इन्होंने कहा था कि जितने किसान हैं उनका पूरा कर्जा हम 10 दिन में माफ कर देंग। 10 दिन छोड़िए पूरे 5 साल गुजर गए लेकिन किसी के कर्जे माफ नहीं हुए। बिजली की कीमतों को न बढ़ाने का वादा किया था, लेकिन बिजली की कीमत भी बढ़ा दी। इन्होंने बेरोजगारों को भत्ता देने की बात कही थी, वह वादा भी पूरा नहीं किया। यहां तक कि महिला सुरक्षा के मुद्दे पर भी यह सरकार बुरी तरह विफल रही और बेटियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हुईं।'