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Hindi News राजस्थान झालावाड़-बारां में पूर्व सीएम के बेटे और पूर्व मंत्री की पत्नी के बीच मुकाबला, क्या रहा है चुनावी इतिहास?

झालावाड़-बारां में पूर्व सीएम के बेटे और पूर्व मंत्री की पत्नी के बीच मुकाबला, क्या रहा है चुनावी इतिहास?

Hot seats in Lok Sabha Elections 2024: झालावाड़-बारां सीट में अंता, किशनगंज, बारां-अटरू, छबड़ा, झालरापाटन, डग, मनोहर थाना और खानपुर सहित आठ विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।

दुष्यन्त सिंह बनाम उर्मिला जैन भाया- India TV Hindi Image Source : INDIA TV दुष्यन्त सिंह बनाम उर्मिला जैन भाया

झालावाड़-बारां लोकसभा चुनाव 2024: राजस्थान में मुख्य मुकाबला बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए और कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन के बीच देखा जा रहा है। झालावाड़-बारां सीट पर लड़ाई दिलचस्प हो गई है। यहां से बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे सिंधिया के सांसद बेटे दुष्यंत सिंह पर एक बार फिर से मैदान में उतारा है तो कांग्रेस ने पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया की पत्नी उर्मिला जैन को टिकट दिया है।  झालावाड़-बारां निर्वाचन क्षेत्र में 26 अप्रैल को वोटिंग होगी। जबकि मतगणना 4 जून को होगी। 

झालावाड़-बारां का चुनावी इतिहास

झालावाड़-बारां संसदीय क्षेत्र बीजेपी का गढ़ रहा है। वसुन्धरा राजे सिंधिया की इस इलाके में काफी पकड़ मानी जाती है। इसका पिछले चुनावी नतीजे बताते हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार और वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह ने 4,53,928 वोटों के अंतर से बड़ी जीत हासिल की थी। उन्हें 64.77% वोट शेयर के साथ 8,87,400 वोट मिले थे। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार प्रमोद शर्मा को हराया था, जिन्हें 4,33,472 वोट (31.64%) मिले थे। कुल वैध मतों की संख्या 13,69,868 थी।

2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के दुष्यंत सिंह ने लगातार तीसरी बार झालावाड़-बारां (या झालावाड़) सीट जीती थी। उन्हें 58.98% वोट शेयर के साथ 6,76,102 वोट मिले थे। कांग्रेस उम्मीदवार प्रमोद भाया को 3,94,556 वोट (34.42%) मिले थे। उन्होंने ने भाया को 2,81,546 वोटों के अंतर से हराया था। यहां पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार चंद्र सिंह 23,587 वोट (2.06%) के साथ तीसरे स्थान पर रहे।

झालावाड़-बारां के बारे में जानिए

झालावाड़-बारां राजस्थान के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। राज्य में 25 संसदीय सीटें हैं। झालावाड़-बारां सीट में अंता, किशनगंज, बारां-अटरू, छबड़ा, झालरापाटन, डग, मनोहर थाना और खानपुर सहित आठ विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। यह निर्वाचन क्षेत्र एक सामान्य सीट है और अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित नहीं है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस इस निर्वाचन क्षेत्र में मुख्य दल हैं। झालावाड़-बारां निर्वाचन क्षेत्र को 2008 तक झालावाड़ के नाम से जाना जाता था।

झालावाड़-बारां में क्यों होगा कड़ा मुकाबला

इस पर झालावाड़-बारां में लोकसभा चुनाव हर बार से अलग होगा। कांग्रेस इंडिया गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रही है तो बीजेपी एनडीए गठबंधन के तहत चुनाव मैदान में है। यहां पर पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे सिंधिया की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। बीजेपी 2019 तक 17 लोकसभा चुनावों में से 9 बार यहां से जीत दर्ज की है। भाजपा नेता और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने 1989, 1991, 1996, 1998 और 1999 में लगातार पांच बार झालावाड़ निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है। भाजपा 1989 के बाद से इस सीट से कोई चुनाव नहीं हारी है।

कांग्रेस चार बार यहां से जीत चुकी है चुनाव

झालावाड़-बारां सीट से कांग्रेस ने चार चुनावों में जीत हासिल की है। इसके अतिरिक्त, भारतीय जनसंघ, ​​भारतीय लोक दल और जनता पार्टी जैसी अन्य राजनीतिक संस्थाओं ने भी निर्वाचन क्षेत्र पर अपनी छाप छोड़ी है। इस बार भी बीजेपी यह सीट जीतने के लिए पूरा दम लगा रही है तो कांग्रेस एक बार फिर अपनी खोई प्रतिष्ठा वापस पाने की हर संभव कोशिश कर रही है।