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राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने अकबर को लेकर दिया बयान, कहा- वह अत्याचारी था

राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने मुगल शासक अकबर को लेकर बयान दिया है। अकबर को मंत्री ने अत्याचारी बताया है। दरअसल रविवार को विद्यालय पाठ्यक्रम में बदलाव को लेकर जब सवाल पूछा गया तब उन्होंने ये बयान दिया।

Rajasthan Education Minister Madan Dilawar gave a statement about Akbar said he was a tyrant- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने दिया बयान

राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने एक भड़काऊ टिप्पणी में आरोप लगाया कि मुगल सम्राट अकबर महान नहीं बल्कि "अत्याचारी और बलात्कारी" था। विद्यालय पाठ्यक्रम में बदलाव के बारे में पूछे जाने पर दिलावर ने रविवार को बालोतरा में संवाददाताओं से कहा कि अकबर बाजारों से लड़कियां मंगाता था और उनके साथ बलात्कार करता था। राजस्थान के विद्यालयों में अनिवार्य रूप से 'सूर्य नमस्कार' कराये जाने पर उन्होंने कहा कि इसे धीरे-धीरे लागू किया जा रहा है। 

सूर्य नमस्कार को लेकर राजस्थान में विवाद

उन्होंने कहा, ‘‘यह शुरू हो गया है। कुछ ही दिनों में 'सूर्य नमस्कार' सभी विद्यालयों में नियमित हो जाएगा।’’ शिक्षकों के तबादलों के बारे में पूछे जाने पर दिलावर ने कहा कि इस समय परीक्षाएं चल रही हैं और ऐसे में शिक्षकों का स्थानांतरण करना उचित नहीं होगा। उन्होंने कहा, "परीक्षा समाप्त होने के बाद हम स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू करेंगे।" बता दें कि 15 फरवरी को राजस्थान के सभी सरकारी स्कूलों में सूर्य नमस्कार कराने को लेकर आदेश जारी किया गया था। इस मुद्दे पर जमीयत उलेमा हिंद की राजस्थान कार्यकारिणी ने बैठक भी की थी। 

जमीअत ने की थी बैठक

सूर्य नमस्कार को लेकर जमीअत की तरफ से एक प्रस्ताव पारित किया गया। प्रस्ताव के जरिए सूर्य सप्तमी के उपलक्ष्य में समस्त विद्यालयों में विद्यार्थियों, अभिभावकों व अन्य लोगों से सामूहिक सूर्य नमस्कार करने के आदेश की निंदा की गई। इसे धार्मिक मामले में खुले तौर पर हस्तक्षेप करना बताया गया। साथ ही प्रस्ताव में कहा गया कि यह संविधान का उल्लंघन है। इस बाबत जमीअत ने कहा कि बहुसंख्यक हिंदू समाज में सूर्य भगवान के रूप में पूजा की जाती है। इस अभ्यास में बोले जाने वाले श्लोक और प्रणामासन, अष्टांग नमस्कार इत्यादि क्रियाएं एक पूजा का रूप है। इस्लाम धर्म में अल्लाह के सिवाय किसी अन्य की पूजा स्वीकार्य नहीं है।

(इनपुट-भाषा)