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राजस्थान में कब होगा कैबिनेट विस्तार? सूत्रों ने किया खुलासा, आज PM मोदी का बड़ा कार्यक्रम

राजस्थान में आज मंत्रिमंडल विस्तार नहीं हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज बड़ा कार्यक्रम है। पीएम मोदी विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बातचीत करेंगे।

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा - India TV Hindi Image Source : PTI राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा

राजस्थान में नई बीजेपी सरकार के लिए कैबिनेट विस्तार की तैयारी चल रही है। भजन लाल शर्मा सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार आज यानी 27 सितंबर को होने की चर्चा चल रही थी। हालांकि, अब जानकार सूत्रों ने खुलासा किया है कि राजस्थान में आज मंत्रिमंडल विस्तार नहीं हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज बड़ा कार्यक्रम है। पीएम मोदी विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बातचीत करेंगे। दोपहर 12:30 बजे से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत करेंगे। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायक और स्थानीय स्तर के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। ऐसे में आज राजस्थान मंत्रिमंडल विस्तार की कोई संभावना नहीं है। अब राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार कल यानी 28 दिसंबर को हो सकता है। 

नए विधायकों को मौका मिलने की उम्मीद 

माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश की तरह ही राजस्थान में ज्यादा नए विधायकों को मौके दिए जाएंगे। अटकलें हैं कि वरिष्ठ सदस्यों की जगह उन विधायकों को मौका दिया जा सकता है, जो अब तक कभी मंत्री नहीं बने हैं। कुछ वरिष्ठ विधायकों को भी मंत्री बनाया जा सकता है और उनकी संख्या ज्यादा नहीं होगी। वहीं, लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नए मंत्रियों के चयन में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखने पर भी नजर रहेगी। इस पृष्ठभूमि में माना जा रहा है कि शेखावाटी क्षेत्र, जहां बीजेपी का प्रदर्शन फिसड्डी रहा है, वहां ज्यादातर जीते हुए विधायकों को कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। 

कैबिनेट में ओबीसी चेहरे को जगह?

बता दें कि राजस्थान में 33 सालों के बाद ब्राह्मण चेहरे को मुख्यमंत्री बनाया गया है। वहीं, एक डिप्टी सीएम क्षत्रीय तो दूसरे डिप्टी सीएम दलित समुदाय से हैं। ऐसे में अब पार्टी में ओबीसी और एसटी चेहरों को प्रमुख मंत्रालयों की कमान देने की तैयारी है, जिसमें कई दिग्गज नेताओं को आगे किया जा रहा है। एसटी चेहरे में महिला और पुरुष दोनों को कैबिनेट और स्वतंत्र प्रभार दिए जाने की चर्चा है। वहीं, ओबीसी चेहरों में जाट, माली, कुमावत और गुजर्र को प्रमुखता दिए जाने पर चर्चा है।