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Hindi News धर्म त्योहार भगवान को बिना भोग लगाएं प्रसाद ग्रहण करने से क्या होता है? इन बातों का जरूर रखें ख्याल, वरना पूजा नहीं मानी जाती है सफल

भगवान को बिना भोग लगाएं प्रसाद ग्रहण करने से क्या होता है? इन बातों का जरूर रखें ख्याल, वरना पूजा नहीं मानी जाती है सफल

Bhagwan Bhog Tips: ज्योतिषाचार्य चिराग बेजान दारूवाला के अनुसार भगवान को भोग लगाने से पहले हमें भोजन का स्वाद नहीं चखना चाहिए। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

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Bhagwan Bhog Tips:  हिंदू धर्म में देवी-देवता की पूजा-अर्चना के साथ ही उन्हें भोग भी लगाया जाता है। शास्त्रों में भी देवी-देवताओं के भोग को लेकर काफी विस्तार से बताया गया है। मान्यता के अनुसार भगवान को भोग लगाने से वह जल्द प्रसन्न होते हैं। ऐसा कहा जाता है कि भगवान की पूजा के बाद उन्हें भोग जरूर लगाना चाहिए तभी पूजा पूर्ण मानी जाती है। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि भगवान को प्रसाद चढ़ाते समय कुछ न कुछ गलतियां हो जाती है। जिसकी वजह से भगवान रुष्ट भी हो सकते हैं। जानिए देवी-देवताओं को भोग लगाने का सही तरीका क्या है साथ ही जानिए भोग लगाते समय किन बातों को ध्यान में रखना होता है। 

देवी-देवताओं का भोजन तैयार करने से पहले ये काम

जब देवी-देवता के लिए भोजन तैयार किया जाता है, तो एक गिलास पानी के साथ प्रत्येक तैयारी का एक नमूना लें, और उन्हें एक विशेष प्लेट पर रखें जिसका इस्तेमाल केवल देवता को भोजन चढ़ाने के लिए किया जाता है। इस थाली का प्रयोग कभी भी प्रसाद के रूप में भोजन चढ़ाने के अलावा किसी अन्य कार्य के लिए नहीं करना चाहिए। ज्योतिषाचार्य चिराग बेजान दारूवाला के अनुसार भोजन की थाली भगवान की पवित्र छवि, तस्वीर या मूर्ति के सामने रखें।

कभी भी भगवान को झूठा भोग न लगाएं

प्रसाद की तैयारी एक सक्रिय भक्ति ध्यान के रूप में की जाती है। अत: इसका उद्देश्य अपनी संतुष्टि को ध्यान में रखकर नहीं बल्कि केवल भगवान की संतुष्टि को ध्यान में रखकर स्वादिष्ट भोजन तैयार करना है। भगवान को झूठा भोग लगाने की मनाही है।  बड़े-बुजुर्ग हमेशा यही शिक्षा देते आए हैं कि भगवान को भोग लगाने से पहले भोजन में मिलावट नहीं करनी चाहिए। इसलिए कहा जाता है कि जिस चीज को भोग लगाना हो उसे पहले निकालकर अलग रख लेना चाहिए। साथ ही यह भी कहा जाता है कि भोग लगाने के बाद ही उसे बांटकर सभी को खाना चाहिए। 

इन बातों का रखें खास ख्याल 

कहा जाता है कि भगवान को हमेशा चांदी, मिट्टी, पीतल या फिर सोने के बर्तन में ही भोग लगाना चाहिए। कभी भी एल्यूमिनियम, लोहे, स्टील आदि बर्तनों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। अक्सर ऐसा देखा जाता है कि कुछ लोगों की आदत होती है कि देवी-देवता को प्रसाद चढ़ाने के बाद वहीं रख देते हैं। लेकिन आपको बता दें कि ऐसा करना ठीक नहीं माना जाता है। इसलिए पूजा खत्म होने के बाद सभी लोगों के बीच प्रसाद बांट दें। इस बात का भी ध्यान रखें कि इसे कभी भी देवी-देवता के पास न रखें, क्योंकि भगवान के प्रसाद लंबे समय रखने से घर में नकारात्मकता आती है। 

(ज्योतिषी चिराग दारूवाला विशेषज्ञ ज्योतिषी बेजान दारूवाला के पुत्र हैं। उन्हें प्रेम, वित्त, करियर, स्वास्थ्य और व्यवसाय पर विस्तृत ज्योतिषीय भविष्यवाणियों के लिए जाना जाता है।)

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