A
Hindi News धर्म कौन सी उंगली से तिलक लगाना चाहिए? जानें इससे जुड़े कुछ नियम जिनके बिना हो सकता है नुकसान

कौन सी उंगली से तिलक लगाना चाहिए? जानें इससे जुड़े कुछ नियम जिनके बिना हो सकता है नुकसान

तिलक लगाने के लिए कुछ खास उंगलियों का ही इस्तेमाल किया जाता है। पर सवाल ये है क्यों। जानते हैं इस बारे में विस्तार से।

tilak- India TV Hindi Image Source : FREEPIK tilak

धर्म के अनुसार तिलक लगाने (finger to use for applying tilak) के अपने महत्व हैं। कुछ लोग इसे भगवान से जोड़कर देखते हैं तो, कुछ लोग मन और मस्तिष्क से जोड़कर देखते हैं। पर कभी आपने गौर किया होगा तो पाया होगा कि क्यों हर अवसर के अनुसार लोग अलग-अलग उंगलियों से तिलक लगाते हैं। जैसे कि वीर अपने कामों के लिए जाते समय अंगूठे से तिलक लगाते हैं तो बच्चों और दूसरे लोगों को अनामिका उंगली से तिलक लगाया जाता है। आइए, जानते हैं इसके पीछे तर्क क्या है।

कौन सी उंगली से तिलक लगाना चाहिए -Which finger to use for applying tilak in hindi

माथे पर तिलक लगाने के लिए मुख्य रूप से अनामिका उंगली का उपयोग किया जाता है। दरअसल, इसके पीछे तीन तर्क है। पहले तो इस उंगली को सबसे शुभ माना जाता है। दूसरा इस उंगली में शुक्र ग्रह का वास होता है जो कि सफलता का प्रतीक हैं और उनके द्वारा कि किए गए काम लंबे समय तक टिके रहते हैं। साथ ही इस उंगली को सूर्य पर्वत वाली उंगली भी कही जाती है। यानी कि जब आप अनामिका उंगली से किसी व्यक्ति को तिलक लगाते हैं तो उसे सूर्य जैसा चमकने, कभी न खत्म होने वाली सफलता और प्रबल मानसिक शक्ति पाने का आशीर्वाद देते हैं। 

29 April 2023 Ka Panchang: जानिए शनिवार का पंचांग, राहुकाल, शुभ मुहूर्त और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय

तिलक लगाने के हैं कुछ नियम-

तिलक लगाते समय आपका चेहरा हमेशा पूर्व या उत्तर की दिशा में होना चाहिए। दूसरा, तिलक लगाते समय लगवाने वाले को सिर पर हाथ रखना चाहिए ताकि शरीर में एक सकारात्मक ऊर्जा पैदा हो। इसके अलावा बीमार व्यक्ति को कभी भी माथे के बीज में तिलक लगाना चाहिए। साथ ही अग किसी मृत व्यक्ति की फोटो को तिलक लगा रहे हैं तो छोटी उंगली से भी तिलक लगा सकते हैं। 

अकाल मृत्यु को बुलावा देता है इस दिशा में खाना खाना, जानें खाने की सही दिशा कौन सी है?

इसके अलावा बीमार व्यक्ति को चंदन का तिलक लगाएं वो भी अंगूठे से। साथ ही आप अगर खुद को तिलक लगा रहे हैं तो माथे के बीच में बिलकुल भौहों के मध्य भाग में लगाएं।

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। इंडियाटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है।)