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भारतीय क्रिकेट में उम्र से धोखाधड़ी करने वाले क्रिकेटरों के लिए BCCI ने बनाए ये 5 कड़े नियम

उम्र और डोमिसाइल ( दूसरे राज्य का निवास प्रमाण पत्र ) की धोखाधड़ी को रोकने के लिए बीसीसीआई ने सीजन 2020-21 के लिए कुछ नए और कड़े नियम बनाए हैं।

Cricket- India TV Hindi Image Source : GETTY IMAGES Cricket

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) भारत में क्रिकेट के खेल के लिए शासी निकाय के रूप में यह सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार है कि खिलाड़ी अपनी उम्र में गड़बड़ी करके अलग ग्रुप की उम्र के खिलाड़ियों के साथ क्रिकेट न खेल पाए। जिससे खेल भावना आहात ना हो। इस तरह अब उम्र और डोमिसाइल ( दूसरे राज्य का निवास प्रमाण पत्र ) की धोखाधड़ी को रोकने के लिए बीसीसीआई ने सीजन 2020-21 के लिए कुछ नए और कड़े नियम बनाए हैं। जो कि इस प्रकार है:-

1. पहले से पंजीकृत खिलाड़ियों के लिए स्वैच्छिक प्रकटीकरण योजना: इसके अंतर्गत जो भी खिलाड़ी इस समय अपनी उम्र छिपाकर गलत उम्र के वर्ग के साथ खेल रहे हैं। ऐसे में अगर वो सामने आ कर इस बात को कहते हैं तो उन्हें माफ़ी देकर उनके ग्रुप में डाल दिया जाएगा। इसके लिए खिलाड़ियों को एक पत्र लिख उसमें हस्ताक्षर कर भेजना या इमेल बीसीसीआई उम्र वैरिफिकेशन विभाग में करना होगा। जिसकी अंतिम तारिख 15 सितंबर 2020 है। इसके अलावा कुछ खिलाड़ी अगर सामने नहीं आते हैं और बाद में उनके जन्मप्रमाण पत्र गलत पाए जाते है तो उन्हें 2 साल का बैन जबकि बैन खत्म होने पर वो बीसीसीआई के ग्रुप वर्ग और राज्य के टूर्नामेंट में भी नहीं भाग ले पाएंगे। 
 

2. 2020-21 के बाद, BCCI और राज्य इकाइयों के तत्वावधान में किसी भी क्रिकेट मैच के लिए नकली / छेड़छाड़ जन्म प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने वाले किसी भी खिलाड़ी पर 2 साल का प्रतिबंध लगाया जाएगा। 2-वर्ष का निलंबन पूरा होने के बाद, ऐसे खिलाड़ियों को BCCI के आयु समूह टूर्नामेंट में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी, साथ ही साथ राज्य इकाइयों द्वारा आयोजित आयु समूह टूर्नामेंट भी नहीं खेल सकेंगे।

3. सभी सीनियर जूनियर पुरुष और महिला खिलाड़ियों में से किसी ने भी डोमिसाइल धोखाधड़ी की तो उस पर भी 2 साल का प्रतिबंध लगाया जाएगा। हालांकि स्वैच्छिक प्रकटीकरण योजना उन क्रिकेटरों के लिए लागू नहीं होती है, जिन्होंने डोमिसाइल पर फर्जीवाड़ा किया है।

4. BCCI अंडर -16 आयु वर्ग के टूर्नामेंट के लिए, केवल उन खिलाड़ियों को पंजीकृत किया जाएगा जिनकी आयु 14-16 वर्ष के बीच है।

5. वहीं अंडर 19 टूर्नामेंट की बात करे तो इसमें कोई खिलाड़ी अगर अपना पंजीकरण अपने जन्म के दो साल बाद कराता है। जैसा की उसे जन्मप्रमाणपत्र में दर्ज होगा तो वो बीसीसीआई के अंडर 19 टूर्नामेंट्स में वो कितने साल खेल पाता है। इस पर पाबंदी लगा दी जाएगी।   

इस तरह कड़े नियमों को बनाने में बीसीसीआई ने जीरो टोलरेंस पद्धिति को अपनाया है। इसके लिए एक हेल्पलाइन भी बनाई है जो 24X7 हमेशा खुली रहेगी इस प्रकार है (9820556566 / 9136694499)। जिस पर कोई भी कभी भी शिकायत या अपने बारे में बता सकता है।

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