पिछले एक साल में वार्नर के अंदर रनों की भूख और बढ़ गयी, जो बनाती है उन्हें बड़ा खिलाड़ी - कोच टॉम मूडी
मूडी ने कहा, "एक बात जो कि डेविड वार्नर में है, और जो हर बड़े खिलाड़ी में होती है- वो है खेल में सफलता पाने की बेइंतहा भूख। जो कि बिल्कुल भी कम नहीं हुई है।"
एक साल के बैन के बाद आईपील के 12वें सीजन में डेविड वार्नर ने धमाकेदार वापसी की है। अभी तक खेले गये 4 मैचों में कुल 264 रन बना चुके हैं। जिसके चलते उनकी सराहना सनराइजर्स हैदराबाद के कोच टॉम मूडी ने भी की है। मूडी का मानना है कि हर बड़े खिलाड़ी की तरह वार्नर के अंदर भी रनों की भूख बरकरार है।
दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मैच में जीत हासिल करने के बाद मूडी ने कहा, “वो उस्ताह और दृढ़ संकल्प के साथ बहुत कुछ साबित करने आया है। एक बात जो कि डेविड वार्नर में है, और जो हर बड़े खिलाड़ी में होती है- वो है खेल में सफलता पाने की बेइंतहा भूख। जो कि बिल्कुल भी कम नहीं हुई है। हां, 12 महीनों के लिए उसे मुख्यधारा क्रिकेट से बाहर बैठना पड़ा लेकिन वार्नर पिछले 6 महीनों से अपने कम बैक की तैयारी कर रहा था।”
वार्नर की तैयारी को लेकर मूडी ने कहा, “उसने इन 12 महीनों में कुछ फ्रेंचाइजी वाले टी20 टूर्नामेंट खेले। उसने सिडनी में जाकर क्लब क्रिकेट खेला। हालांकि उसका स्तर वैसा नहीं है लेकिन वो तकनीकि के बजाय मानसिक तौर पर तैयारी कर रहा था। उसके खेल की तकनीकि अच्छी है इसलिए बात केवल खुद को मानसिक तौर पर तैयार करनी की थी।”
मानसिक रूप से और मजबूत हुए हैं वार्नर
12 महीनों के बैन के दौरान बतौर क्रिकेटर वार्नर की शख्सियत में आए बदलाव पर कोच मूडी ने कहा, “उसकी मानसिकता हमेशा से सकारात्मक थी। वो अब भी एक बहुत ही दृढ़ निश्चय वाला व्यक्ति है। मुझे लगता है कि उसे और स्मिथ (स्टीवन स्मिथ) और बैनक्रॉफ्ट (कैमरून बैनक्रॉफ्ट) को 12 महीनों में जो सहना पड़ा है, उसके लिए उन्हें मानसिक रूप से बहुत मजबूत होना पड़ता है, बहुत अधिक लचीलापन और एक बहुत ही सकारात्मक मानसिकता रखनी पड़ी क्योंकि इस समय के दौरान आप बड़ी आसानी से खुद को नकारात्मकता में धकेल सकते हैं।”
11वां सीजन ना खेलने के बाद 12वें सीजन में वापसी कर रहे वार्नर सनराइजर्स हैदराबाद टीम की कप्तानी नहीं कर रहे हैं, ना ही लीडरशिप ग्रुप में उनका आधिकारिक तौर पर उनका कोई हिस्सा है। टीम के कप्तान केन विलियमसन हैं और उप कप्तान भुवनेश्वर कुमार। इसके बावजूद वार्नर जैसे खिलाड़ी का अनुभव हमेशा की कप्तान और लीडरशिप ग्रुप के काम आता है। जिसके बारें में मूडी ने कहा, “उसकी नेतृत्वक्षमता हमेशा ही मौजूद रहती है। उसके जितनी समझ, क्षमता और अनुभव वाला खिलाड़ी आईपीएल क्रिकेट में अमूल्य है। डेविड, बाकी खिलाड़ियों की तरह मौजूद कप्तान की मदद करना है, चाहे वो भुवी हो या केन। हर कई लीडरशिप को मजबूत करने में अपनी जिम्मेदारी अदा करता है।”