न टॉस, न बल्ला और न बॉल अर्थ ऑवर तय कर सकता है मैच का नतीजा
कोलकाता के ईडन गार्डंस में होने वाला भारत और पाकिस्तान का मैच रोमांच और टेंशन की सारी हदें पार करता नजर आ रहा है।
कोलकाता: कोलकाता के ईडन गार्डंस में होने वाला भारत और पाकिस्तान का मैच रोमांच और टेंशन की सारी हदें पार करता नजर आ रहा है। टी-20 विश्व कप के इस मैच में जहां एक ओर टीम इंडिया के लिए यह मैच करो या मरो के जैसा है वहीं पाकिस्तान के ऊपर भी भारत के खिलाफ जीतने का प्रेशर है। हालांकि बल्लेबाजी, गेंदबाजी और टॉस के इतर कुछ ऐसा भी है जो मैच का नतीजा बदल सकता है। दरअसल 19 मार्च के दिन अर्थ ऑवर भी पड़ रहा है जो फैंस के मजे को किरकिरा कर सकता है।
क्या होगा अर्थ ऑवर में:
अर्थ ऑवर के दौरान मैच के बीच एक घंटे का अंधेरा छा सकता है, जिसको लेकर भारत और पाकिस्तान दोनों खेमों में खलबली है। शनिवार के दिन पड़ने वाले अर्थ ऑवर में एक घंटे के लिए बिजली से चलने वाले सभी उपकरण एक घंटे के लिए बंद किए जाएंगे। दिलचस्प बात यह है कि भारत और पाकिस्तान के बीच शाम 7.30 बजे से मैच शुरू होगा और मैच के दौरान ही अर्थ आवर 8.30 से 9.30 बजे के बीच पड़ेगा। ऐसे में दोनों देशों के फैंस में निराशा छा सकती है। आपको बता दें कि बॉलीवुड सेलिब्रिटी भी इस मैच को लेकर अपील कर रहे हैं कर रहे हैं कि वो अर्थ ऑवर में हिस्सा लें और संभव हो तो एक ही स्क्रीन पर मैच देखें।
T 2176 - Support #EarthHour2016, watch #IndVSPak with friends on one screen, join campaign #TogethervsClimateChange https://t.co/dd0AbCOZXa
— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) March 16, 2016
भारत और पाकिस्तान के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं, जानिए कैसे...
बल्लेबाजी: टॉस जीतकर जो खेमा बल्लेबाजी कर रहा होगा उसके बल्लेबाज अगर बेहतर शॉट खेल रहे होंगे तो उनके लिए अर्थ ऑवर मुश्किल बन सकता है, क्योंकि अगर मैदान में कुछ देर का अंधेरा होता है तो एक रिदम में आ चुके बल्लेबाजों को फिर से वही रिदम पाने के लिए मशक्कत करनी होगी। इसके उलट अगर बल्लेबाज शॉट नहीं लगा पाने की स्थिति में हुए तो उनके लिए जरूर यह अर्थ ऑवर वरदान साबित हो सकता है, क्योंकि उन्हें एक बार फिर से सोच विचार कर बेहतर करने का मौका मिल सकता है।
गेंदबाजी: बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी खेमे में भी अर्थ ऑवर मुश्किलें और राहत देता दिख रहा है। मसलन अगर गेंदबाज पिट रहे हैं और उसी दौरान अर्थ ऑवर पड़ता है तो गेंदबाजों के पास एक बार फिर से संभलने और रिफ्रेश होने का मौका होगा और वो बल्लेबाज के वीक प्वाइंट पर गेंद डालने के लिए प्रेरित हो पाएंगे।