नागपुर: भारतीय टेस्ट टीम के सलामी बल्लेबाज मुरली विजय ने माना है कि अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी नजरअंदाज किया जाना अखरता है, लेकिन एक पेशेवर खिलाड़ी होने के नाते उन्हें इस बात को स्वीकार करना होगा। विजय ने कहा कि उन्हें जब भी मौका मिलेगा, वह अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहेंगे।
विजय ने टेस्ट टीम में आठ महीने बाद वापसी करते हुए श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में 121 रनों की साझेदारी की। उन्होंने इस मैच में चेतेश्वर पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिए 209 रन भी जोड़े।
विजय ने कहा, "मेरा मानना है कि एक पेशेवर खिलाड़ी के तौर पर आपको हमेशा तैयार रहना चाहिए चाहे आपको मौका मिले या न मिले। आपको अंदर से तैयार रहना चाहिए और मौके का इंतजार करना चाहिए ताकि जब भी आपको मौका मिले तो आपकी तैयारी (मानसिक तैयारी) में कोई कमी न हो। आपको पता होना चाहिए कि क्या हो रहा है और क्या नहीं। यह मुश्किल है, लेकिन मैं इसका आदि हो चुका हूं। मुझे जब भी मौका मिलेगा मैं अपना योगदान देना चाहता हूं।"
विजय पहले टेस्ट मैच में नहीं खेले थे। उनके स्थान पर धवन ने लोकेश राहुल के साथ पारी की शुरुआत की थी, लेकिन दूसरे मैच में धवन के व्यक्तिगत कारणों से टीम से बाहर रहने के फैसले के बाद विजय को अंतिम एकादश में मौका मिला।
विजय ने कहा, "जब मैं अपनी जगह को लेकर खुश और सहज हूं तब तक मुझे इस बात की चिंता नहीं है। मैं इसी तरह रहना चाहता हूं और मैं लगातार ऐसा कर पाया तो मैं अच्छा काम करूंगा। विजय और पुजारा के बीच यह लगातार चौथी शतकीय साझेदारी है। पुजारा के साथ तालमेल के सवाल में उन्होंने कहा, "मुझे बल्लेबाजी करना पसंद है इसलिए मायने नहीं रखता कि दूसरे छोर पर कौन बल्लेबाजी कर रहा है। पुजारा का भी यह मानना है। वह भी देर तक बल्लेबाजी करना चाहते हैं और अलग-अलग तरह की स्थिति से अपने आप को बाहर निकालना चाहते हैं। तो उम्मीद है कि हम भारत के लिए इस तरह का प्रदर्शन करते रहेंगे।"
आने वाले दक्षिण अफ्रीका दौरे पर विजय ने कहा, "मैं ऐसा खिलाड़ी हूं जो जब तक मैदान नहीं देखता तब तक ज्यादा नहीं सोचता। मैं पहले से ही कोई विचार नहीं बनाना चाहता हूं। उन्होंने कहा, "हां उछाल ऐसी चीज है जिस पर हमें ध्यान देना होगा (पहले टेस्ट मैच के शुरू होने तक)। हर कोई इसके बारे में जानता है और हम इस पर काम भी कर रहे हैं। मैं कुछ चीजों पर काम करना चाहता हूं और मैं कर रहा हूं।"
Latest Cricket News