A
Hindi News खेल क्रिकेट बीसीसीआई के लिए 'सिरदर्द' बना खिलाड़ियों का परिवार, विदेशी दौरों पर करना पड़ता है मुश्किलों का सामना

बीसीसीआई के लिए 'सिरदर्द' बना खिलाड़ियों का परिवार, विदेशी दौरों पर करना पड़ता है मुश्किलों का सामना

देशी दौरों पर टीम के खिलाड़ियों के साथ उनकी पत्नियां व गर्लफ्रैंड्स भी जाती हैं। अब खिलाड़ियों के परिवार का विषय बीसीसीआई को परेशान करने लगा है। 

बीसीसीआई के लिए 'सिरदर्द' बना खिलाड़ियों का परिवार, विदेशी दौरों पर करना पड़ता है मुश्किलों का सामना- India TV Hindi Image Source : GETTY IMAGES बीसीसीआई के लिए 'सिरदर्द' बना खिलाड़ियों का परिवार, विदेशी दौरों पर करना पड़ता है मुश्किलों का सामना

भारतीय क्रिकेट टीम अभी न्यूजीलैंड दौरे पर है। जहां उसे वनडे सीरीज का आखिरी मैच और उसके बाद टी20 सीरीज खेलनी है। टीम इंडिया पिछले काफी समय से विदेशी दौरे पर है। इन दौरों को लेकर बीसीसीआई से जुड़ी एक खबर सामने आ रही है। दरअसल विदेशी दौरों पर टीम के खिलाड़ियों के साथ उनकी पत्नियां व गर्लफ्रैंड्स भी जाती हैं। अब खिलाड़ियों के परिवार का विषय बीसीसीआई को परेशान करने लगा है। 

खिलाड़ियों के साथ दौरे पर उनके पारिवार के साथ का मुद्दा पिछले साल काफी चर्चा में ही रहा था। जब बीसीसीआई ने लंबे दौरे के लिए खिलाड़ियों को साथ में परिवार रखने की अनुमति दे थी। लेकिन अब बोर्ड के लिए यह परेशानी कर गई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीसीसीआई को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। भारतीय क्रिकेट बोर्ड को खिलाड़ियों, सपॉर्ट स्टाफ और परिवार के सदस्यों के आने-जाने (ट्रांसपोर्ट) को लेकर काफी परेशानी उठानी पड़ी। खिलाड़ियों व उनके परिवार को मिलाकर लोगों की संख्या करीब 40 तक थी। बोर्ड ने 2 बसों को किराए पर लिया लेकिन इतने लोगों को उनमें संभालना मुश्किल रहा। 

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई पत्नियों को अपने पति क्रिकेटरों के साथ टूर के शुरुआती 10 दिनों के बाद ठहरने की अनुमति देता है। बोर्ड ने इसके साथ ही 'फैमिली पीरियड' की भी कोशिश की, जिसमें तय समय के बीच परिवारों को खिलाड़ियों से मिलने की अनुमति दी जाती जो हर दौरे के साथ अलग था। पिछले साल, भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इंग्लैंड में 2019 आईसीसी विश्व कप के लिए प्रशासकों की समिति (सीओए) के सामने कुछ विशेष मांगें रखी थीं।

बीसीसीआई के एक अधिकारी ने गुरुवार को टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, "यदि टीम कम सदस्यों के साथ ट्रैवल कर रही है, तो इसे मैनेज करना आसान होता है। बीसीसीआई स्टाफ के लिए ऑफ-फील्ड व्यवस्था करना आसान होता है। टिकट बुक करने से लेकर रूम्स तक पहुंचने की व्यवस्था का पूरा प्रबंधन बीसीसीआई के पास है। यह काफी मुश्किल होगा जब इंग्लैंड में पूरे वर्ल्ड कप के दौरान खिलाड़ियों के साथ परिवार होंगे और उनका ट्रांसपोर्ट आदि मैनेज करना होगा।' अधिकारी ने कहा, 'सभी को साथ में मैनेज करना काफी मुश्किल होता है। एक समस्या सभी के लिए मैच टिकट बुक करने की भी है। हालांकि यह मामला पैसे का नहीं है।'  

Latest Cricket News