A
Hindi News खेल क्रिकेट टीम इंडिया की मैदान में वापसी से पहले इतने दिन की ट्रेनिंग चाहते हैं गेंदबाजी कोच भरत अरुण

टीम इंडिया की मैदान में वापसी से पहले इतने दिन की ट्रेनिंग चाहते हैं गेंदबाजी कोच भरत अरुण

टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने काफी भाग्यशाली बताया है।

Bharat Arun- India TV Hindi Image Source : TWITTER- @BCCI Bharat Arun

कोरोना वायरस के कारण सभी प्रकार की खेल गतिविधियों पर रोक लगी हुई हैं। जिसके चलते सभी खिलाड़ी घर पर बैठे हुए हैं। ऐसे में कुछ खिलाड़ी तो ट्रेनिंग कर पा रहे हैं जबकि कुछ के पास ट्रेनिंग की व्यवस्था की कमी है। इस मामले में टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने काफी भाग्यशाली बताया है। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में भरत ने बताया लॉकडाउन के चलते शमी अक्सर अपनी ट्रेनिंग के वीडियो मुझे भेजते हैं और मैं उन्हें सलाह भी देता हूँ। इतना ही नहीं गेंदबाजी कोच अरुण का मानना है कि कोरोना काल के बाद जब भी क्रिकेट की वापसी होगी उससे खिलाड़ियों को लय पाने के लिए करीब 6 से 8 हफ्ते कड़ी मेहनत करनी होगी। तभी वो अपना बेस्ट दे पाएंगे।

अरुण ने पहले खिलाड़ियों के बारे में कहा, "प्रोफेशनल स्पोर्ट्स पर्सन दौड़ने वाले घोड़े की तरह होता है। जैसे घोड़े को ज्यादा समय तक कैद करके नहीं रखा जा सकता, क्योंकि उसका काम दौड़ना है। वैसे ही खिलाड़ी को ज्यादा देर तक खेल से दूर नहीं रखा जा सकता, क्योंकि उनका काम मैदान पर जाकर बेहतर प्रदर्शन करना होता है। जब खेल दोबारा शुरू होगा, तो वापसी के लिए प्रोफेशनल खिलाड़ियों को करीब 6 से 8 हफ्ते कड़ी मेहनत करनी होगी। इसके बाद ही वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर पाएंगे।"

अरुण ने आगे कहा, 'लॉकडाउन के कारण दुनियाभर के खिलाड़ियों की तरह ही लगभग सभी भारतीय खिलाड़ी प्रैक्टिस नहीं कर पा रहे हैं। इस दौरान उनके पास करने के लिए कुछ नहीं रहता है। वे थोड़ा-बहुत ही घर पर अपनी फिटनेस पर काम कर पा रहे हैं। ऐसे में जीवन में निराशा आने लगती है, लेकिन इसके अलावा किसी के पास कोई विकल्प भी नहीं है।'

उन्होंने आगे बताया मौजूदा स्थिति को देखते हुए मैच से पहले वापसी के लिए भारतीय क्रिकेटरों को 6 से 8 हफ्ते की ट्रेनिंग की जरूरत रहेगी। यही कारण है कि भारतीय टीम मैनेजमेंट ने ट्रेनिंग के लिए इतने ही समय का प्लान तैयार किया है। इसमें फिजिकल ट्रेनिंग और तकनीकी ट्रेनिंग भी शामिल रहेगी।

ये भी पढ़ें - आईपीएल के इतिहास में कभी ब्रेकफास्ट टेबल पर रोहित शर्मा ने नहीं खाया खाना, बेटी ने ऐसे बदली जिंदगी

वहीं अंत में शमी को लकी बताते हुए अरुण ने कहा, "कई खिलाड़ी लॉकडाउन में अपने अपार्टमेंट में ही फंसे हुए हैं। जगह की कमी के कारण ठीक से फिजिकल वर्कआउट पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। शमी लकी क्रिकेटर हैं, जिनके पास प्रैक्टिस के लिए जगह और सुविधा दोनों है। वे लॉकडाउन से पहले अपने गांव चले गए थे। जहां वे अपने फार्म हाउस के खाली मैदान में प्रैक्टिस करते हैं। साथ ही स्विमिंग भी करते हैं।“

अरुण ने कह, "शमी उनके पास इन सबकी वीडियो भेजते हैं। उन्होंने शमी से हमेशा यही कहा है कि, आप इसी तरह प्रैक्टिस करते रहो। आपका करियर 2-3 साल बढ़ जाएगा।"

Latest Cricket News