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Hindi News खेल आईपीएल 2018 तीसरे अंपायर ने पलटा मैदानी अंपायर का फैसला तो कोहली ने गुस्से में पूछा कौन है 3rd अंपायर और फिर...

तीसरे अंपायर ने पलटा मैदानी अंपायर का फैसला तो कोहली ने गुस्से में पूछा कौन है 3rd अंपायर और फिर...

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदें बरकरार हैं।

<p>अंपायर से बात करते...- India TV Hindi अंपायर से बात करते विराट कोहली

आईपीएल का 51वां मैच बैंगलोर के चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला गया। इस मैच को विराट कोहली की टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने अपने नाम कर लिया और सनराइजर्स हैदराबाद को रोमांचक मुकाबले में 3 रन से हार झेलनी पड़ी। इस मैच में विराट कोहली का गुस्सा फिर से सुर्खियों में रहा और इस बार उन्हें थर्ड अंपायर के ऊपर गुस्सा करते देखा गया। दरअसल, बैंगलोर की पारी का तीसरा ओवर फेंक रहे थे उमेश यादव। यादव की पांचवीं गेंद को एलेक्स हेल्स ने पुल किया। गेंद डीप स्क्वॉयर लेग बाउंड्री की तरफ हवा में जा रही थी। बाउंड्री पर टिम साऊदी खड़े थे और इस दौरान उन्होंने आगे की तरफ डाइव लगाकर गेंद को लपक लिया। गेंद को कैच करते ही साऊदी जश्न मनाने लगे और विराट कोहली समेत पूरी टीम हेल्स के विकेट की खुशी मनाने लग गई।

लेकिन बैंगलोर के रंग में भंग तब पड़ गया जब मैदानी अंपायरों ने आपस में बादतचीत की और इशारा तीसरे अंपायर की तरफ कर दिया। हालांकि मैदानी अंपायरों ने अपना फैसला आउट दिया था लेकिन अब निर्णय तीसरे अंपायर को करना था। तीसरे अंपायर ने अलग-अलग एंगल से देखना शुरू किया। एक एंगल में लग रहा था कि साऊदी ने गेंद को ठीक तरीके से पकड़ा है। लेकिन इसी बीच एक एंगल में लग रहा था कि गेंद साऊदी के हाथों में आने से पहले मैदान पर टप्पा खा चुकी थी। थर्ड अंपायर ने उसी एंगल को बार-बार देखा और बाद में उन्होंने हेल्स को नॉ-आउट करार दे दिया।

जैसे ही थर्ड अंपायर ने हेल्स को नॉट आउट दिया, वैसे ही बैंगलोर की टीम में हड़कंप मच गया। खुशी पल भर में गायब हो गई और कोहली का गुस्सा भड़क उठा। कोहली ने आव देखा ना ताव और मैदानी अंपायर की तरफ गुस्से में आगे बढ़े। उन्होंने गुस्से में मैदानी अंपायर से पूछा थर्ड अंपायर कौन है? कौन है थर्ड अंपायर? इसके बाद जब मैदानी अंपायर ने थर्ड अंपायर का नाम बताया तो कोहली हां में सिर हिलाते हुए वहां से चले गए। आपको बता दें कि मुकाबले को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने जीत लिया और प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदों को जिंदा रखा।