नई दिल्ली: जेएनयू में हुए 'देशद्रोह' के मसले पर दुख जताते हुए दिग्गज भारतीय रेसलर योगेश्वर दत्त ने एक कविता पोस्ट की है। भारत को ओलंपिक में मेडल दिलाने वाले दत्त ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में संसद हमले के दोषी अफजल गुरू पर हुए कार्यक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया दी। योगेश्वर दत्त ने अपने फेसबुक पेज पर पूछा कि अगर अफजल गुरु शहीद है तो सियाचिन में शहीद हुए लांस नायक हनुमंथप्पा को क्या कहा जाएगा।
उनका यह पोस्ट वायरल हो गया है। इसे अभी तक 56, 933 ने लाइक किया है। 7, 720 यूजर्स ने शेयर किया है। संसद हमले के पीडितों ने की अफजल का सपोर्ट करने वालों के खिलाफ काईवाई की मांग की है।
योगेश्वर ने कविता के जरिये व्यक्त किया अपना दुख
गजनी का है तुम में खून भरा जो तुम अफजल का गुण गाते हों,
जिस देश में तुमने जनम लिया उसको दुश्मन बतलाते हो!
भाषा की कैसी आजादी जो तुम भारत मां का अपमान करो,
अभिव्यक्ति का ये कैसा रूप जो तुम देश की इज्जत नीलाम करो!
अफजल को अगर शहीद कहते हो तो हनुमनथप्पा क्या कहलायेगा,
कोई इनके रहनुमाओं का मजहब मुझको बतलायेगा!
अपनी माँ से जंग करके ये कैसी सत्ता पाओगे,
जिस देश के तुम गुण गाते हो, वहाँ बस काफिर कहलाओगे!
हम तो अफजल मारेंगे तुम अफजल फिर से पैदा कर लेना,
तुम जैसे नपुंसको पे भारी पडेगी ये भारत सेना!
तुम ललकारो और हम न आये ऎसे बुरे हालात नहीं
भारत को बर्बाद करो इतनी भी तुम्हारी औकात नहीं!
कलम पकडने वाले हाथों को बंदूक उठाना ना पड जाए,
अफजल के लिए लडने वाले कहीं हमारे हाथो न मर जाये!
भगत सिंह और आज़ाद की इस देश में कमी नहीं,
बस इक इंकलाब होना चाहिए,
इस देश को बर्बाद करने वाली हर आवाज दबनी चाहिए!
ये देश तुम्हारा है ये देश हमारा है, हम सब इसका सम्मान करें,
जिस मिट्टी पे हैं जनम लिया उसपे हम अभिमान करें! जय हिंद ।