A
Hindi News खेल अन्य खेल हमारा लक्ष्य चैम्पियंस ट्राफी में पदक जीतना: ओल्टमैंस

हमारा लक्ष्य चैम्पियंस ट्राफी में पदक जीतना: ओल्टमैंस

भारतीय हॉकी टीम के मुख्य कोच रोलैंट ओल्टमैंस ने कहा कि लंदन में होने वाली एफआईएच चैम्पियंस ट्राफी में उनकी निगाहें शीर्ष तीन स्थान पर लगी हुई है।

Roelant Oltmans- India TV Hindi Roelant Oltmans

बेंगलुरू: भारतीय हॉकी टीम के मुख्य कोच रोलैंट ओल्टमैंस ने कहा कि लंदन में होने वाली एफआईएच चैम्पियंस ट्राफी में उनकी निगाहें शीर्ष तीन स्थान पर लगी हुई है। ओल्टमैंस का मानना है कि अगर चीजें योजना के अनुसार रहीं तो टीम के पास चैम्पियंस ट्राफी में पदक जीतने का अच्छा मौका होगा। उन्होंने कहा, हर कोई जानता है कि हम नाकऑउट चरण में अच्छा खेलते हैं। लेकिन चैम्पियंस ट्राफी इस साल थोड़ी अलग होगी और हम फाइनल में खेलने के लिए शीर्ष दो में और कांस्य पदक के लिए खेलने के लिए शीर्ष चार में रहना चाहते हैं।

ओल्टमैंस ने कहा, यह देखना दिलचस्प होगा कि हमारे खिलाड़ी ऐसी हालत से कैसे निकलते हैं और चुनौती का सामना करते हैं। हमारी उम्मीद शीर्ष तीन में रहने की हैं। भारतीय टीम टूर्नामेंट में 10 जून को शुरूआती मैच में मौजूदा ओलंपिक चैम्पियंस जर्मनी से भिड़ेगी और ओल्टमैंस ने जोर देते हुए कहा कि टीम के रक्षात्मक स्तर के मुद्दों को निपटाने की जरूरत है।

उन्होंने कहा, टूर्नामेंट में टीम की सफलता की कुंजी रक्षात्मक पंक्ति होती है। ऐसा भी समय आता है जब आप मैच जीतने के लिए काफी गोल नहीं कर सकते हो, लेकिन आप निश्चित रूप से प्रतिद्वंद्वी को गोल करने से रोक सकते हैं।

हालैंड के ओल्टमैंस ने कहा, जर्मनी के खिलाड़ी डिफेंस में पारखी माने जाते हैं जबकि ऑस्ट्रेलियाई डिफेंस अन्य टीमों से थोड़ा अपारंपरिक होता है और अर्जेंटीना भी अच्छे परिणामों के लिए अपने डिफेंस पर काफी निर्भर करता है। इसकी मदद से उन्होंने विश्व कप में कांस्य पदक जीता। हमारे यहां पूरी टीम को डिफेंस पर काम करने की जरूरत है। हमारी अग्रिम पंक्ति में कुछ खिलाड़ी डिफेंस में भी काफी अच्छे हैं और यही हमारा मजबूत पक्ष है।

चैम्पियंस ट्राफी के तुरंत बाद भारतीय टीम आगामी रियो ओलंपिक की तैयारियों के अंतर्गत स्पेन से टेस्ट सीरीज खेलने के लिए रवाना होगी जिसके लिए टीम जुलाई में चुनी गई थी। ओल्टमैंस ने कहा, इसमें थोड़ा दबाव होगा। यह ऐसी चुनौती है जिसके लिए खिलाड़ियों को तैयार रहने और अपनी सर्वश्रेष्ठ हॉकी खेलने की जरूरत है। शिविर के 29 सदस्यों में से केवल 16 ही ओलंपिक में खेलेंगे और इतने खिलाड़ियों को बाहर करना काफी बड़ी संख्या है। उन्होंने कहा, उन्हें टीम में अन्य खिलाड़ियों को चुनौती देनी होगी इसलिए प्रत्येक मैच में प्रत्येक प्रदर्शन काफी अहम है।