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सुनील छेत्री ने कहा देश में प्रतिभा की कोई समस्या नहीं है, लेकिन करना होगा ये काम

छेत्री ने कहा "प्रतिभा समस्या नहीं है। हमारे पास कई सारे ओलम्पिक पदक हो सकते हैं। मैं जानता हूं कि अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) खिलाड़ियों का पूल बनाने के लिए कितनी मेहनत कर रहा है।"

Sunil Chhetri said that there is no problem of talent in the country, but this work will have to be - India TV Hindi Image Source : ISL Sunil Chhetri said that there is no problem of talent in the country, but this work will have to be done

नई दिल्ली। भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने सोमवार को कहा है कि देश में प्रतिभा की कोई समस्या नहीं है और सभी हितधारकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि खिलाड़ियों की आने वाली पौध का अच्छे से ख्याल रखा जाए। छेत्री सोमवार को अपना 36वां जन्मदिन मना रहे हैं। उन्होंने अपने जन्मदिन के मौके पर फुटब\ल दिल्ली केई-दिल्ली सम्मेलन में कहा, "प्रतिभा समस्या नहीं है। हमारे पास कई सारे ओलम्पिक पदक हो सकते हैं। मैं जानता हूं कि अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) खिलाड़ियों का पूल बनाने के लिए कितनी मेहनत कर रहा है। यह अहम है कि युवा प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को सही आहार, ट्रेनिंग आदि दी जाए। जब यह सभी हो जाएगा तो आश्चर्यजनक उन्नति होगी।"

वहीं एआईएफएफ के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने ओडिशा सरकार की तारीफ की और कहा कि उन्होंने एक उदाहरण दिया है कि राज्य सरकार किस तरह एक निश्चित क्षेत्र में कैसे खेल का विकास करने में मदद कर सकती है।

पटेल ने कहा, "मुझे लगता है कि ओडिशा जैसे राज्य की प्रशंसा करनी चाहिए। उन्होंने सक्रिय तरीके से हर खेल का समर्थन किया है। यह ऐसी चीज है जो अन्य राज्य सरकारें भी कर सकती हैं।"

इस वचुर्अल मीटिंग में खेल मंत्री किरण रिजिजू, एएफसी के महासचिव डाटो विंडसर, जगदीश मिश्रा, फुटबाल दिल्ली के अध्यक्ष शाजी प्रभाकरन भी मौजूद थे।

खेल मंत्री ने फीफा टूर्नामेंट (फीफा अंडर-17 विश्व कप-2017 और फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप-2021) भारत में लाने के लिए एआईएफएफ का शुक्रिया अदा किया।

उन्होंने कहा, "मैं एआईएफएफ का फीफा के टूर्नामेंट्स भारत में लाने के लिए उनकी प्रशंसा करता हूं। भारत में इस तरह के टूर्नामेंट्स होने से हमारे पास खेल का विकास करने का अच्छा मौका होगा। हम इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि अंडर-17 महिला विश्व कप भारत में फीफा के सबसे अच्छे टूर्नामेंट्स में से एक हो।"